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ढाई लाख का इनामी बदमाश आदित्य राणा कौन था? पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया

Bijnor Crime News: कुख्यात बदमाश आदित्य राणा अत्याधुनिक असलहे चलाने में माहिर था.

क्विंट हिंदी
भारत
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<div class="paragraphs"><p>notorious criminal Aditya Rana killed in a police encounter</p></div>
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notorious criminal Aditya Rana killed in a police encounter

(फोटोः क्विंट हिंदी)

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ढाई लाख रुपये का इनामी रहा बिजनौर का कुख्यात बदमाश आदित्य राणा मंगलवार, 11 अप्रैल की देर रात पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. इस मुठभेड में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है. बता दें कि आदित्य राणा साल 2022 में पेशी से लौटते समय शाहजहांपुर के हरदोई बाईपास स्थित रोड से फरार हो गया था. 

दरअसल, 11 अप्रैल की देर रात बिजनौर पुलिस की आदित्य राणा गिरोह के साथ मुठभेड हुईं, जिसमें आदित्य राणा बुरी तरह से घायल हो गया. जिसके बाद राणा को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई.

धर्मवीर हत्याकांड में पहली बार सामने आया था नाम

बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र के राणा नंगला गांव के रहने वाला कुख्यात बदमाश आदित्य राणा अत्याधुनिक असलहे चलाने में माहिर था. राणा पर करीब 43 मुकदमे संगीन धाराओं में दर्ज थे. जिसमें 6 हत्या, 13 लूट के मुकदमें दर्ज हैं. इसके अलावा फिरौती, लूट, हत्या, अपहरण, रंगदारी जैसे संगीन मामले शामिल हैं. बता दें कि उसका नाम पहली बार 2013 में कासमाबाद में हुई धर्मवीर की हत्या में सामने आया था. जिसके बाद उसने कई लोगों के खून से अपने हाथ रंग लिए.

सिपाही की आंख में मिर्च झोंक कर फरार हुआ था राणा

साल 2022 में बिजनौर से लखनऊ जाते समय शाहजहांपुर रोड से राणा पुलिस से फरार हो गया था. हालांकि ये दूसरी बार था जब राणा पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था. इससे पहले साल 2017 में राणा पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था. दरअसल, कोर्ट में पेशी पर ले जाते समय राणा सिपाही की आंख में मिर्च झोंककर फरार हो गया था. बाद में 10 जनवरी, 2018 को उसने बिजनौर की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था.

आत्मसमर्पण के बाद बिजनौर जेल में रहा

आत्मसमर्पण करने के बाद राणा करीब एक साल तक बिजनौर जेल में रहा था, हालांकि फरवरी 2019 में उसे मेरठ जेल में शिफ्ट किया गया था. वहीं मेरठ के बाद वह सीतापुर और शाहजहांपुर की जेल में भी रहा था. जिसके बाद उसे अगस्त 2019 में लखनऊ जेल में शिफ्ट किया गया था.

सीआरपीएफ में हुआ था चयन

अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले आदित्य राणा का चयन सीआरपीएफ में हुआ था, लेकिन ट्रेनिंग में जानें से कुछ दिन पहले उसने दुस्साहसिक तरीके से युवक की हत्या कर दी थी, जिसकी वजह से वह प्रशिक्षण में जाने के बजाय जेल पहुंच गया था.

आदित्य राणा पर था ढाई लाख रुपये का इनाम

बता दें कि आदित्य राणा पर ढाई लाख रुपये का इनाम भी था.दरअसल, पुलिस को इनपुट मिला था कि आदित्य किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से ही फरार हुआ है और जल्द ही अंजाम दे सकता था. वहीं इस इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने राणा पर ढाई लाख रुपये का इनाम रखा था.

स्योहारा पुलिस के अनुसार, आदित्य राणा के इस गिरोह के 48 सदस्य चिन्हित किया है. जिनमें से 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल में भेजा जा चुका है. वहीं बाकी की पुलिस तलाश कर रही है.

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