advertisement
नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने दावा किया है कि 230 पाकिस्तानी आतंकियों ने भारत में घुसने की कोशिश की है. इनमें से कुछ को गिरफ्तार कर लिया गया, तो कुछ घुसने में कामयाब रहे हैं.
डोभाल ने आगे कहा, ‘हम कश्मीरियों की जान बचाने के लिए दृढ़ हैं. चाहे इसके लिए पाबंदियां ही क्यों न लगानी पड़ें. पाकिस्तान अशांति फैलाने के लिए केवल आतंक का इस्तेमाल कर सकता है.’
डोभाल ने कहा कि भारतीय सीमा पर लगे पाकिस्तानी टावरों के जरिए आतंकियों को उनके आका संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही डोभाल ने उन कोड मैसेज का जिक्र भी किया, जो एजेंसी ने इंटरसेप्ट किए.
डोभाल ने साथ ही कहा कि जब तक पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता और आतंकियों की घुसपैठ को नहीं रोकता, तब तक पूरी तरह से बंदिशें हटाना आसान नहीं है.
अजीत डोभाल ने यह भी दावा किया कि ज्यादातर कश्मीरी 370 हटाए जाने के पक्ष में हैं. साथ ही कश्मीर के ज्यादातर इलाकों से कर्फ्यू हटा दिया गया है. केवल 10 थानों में ही कर्फ्यू लागू है.
अजीत डोभाल ने कश्मीरी नेताओं की हिरासत पर बोलते हुए कहा,' उन्हें एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया है. वे रैलियों के जरिए कानून-व्यवस्था बनाए रखने में दिक्कत पैदा कर सकते थे. आतंकवादी इनका इस्तेमाल कर सकते थे.'
डोभाल ने यह भी कहा कि सभी को कानून के तहत ही हिरासत में लिया गया है. वे चाहें तो अपनी हिरासत के खिलाफ कोर्ट में जा सकते हैं.
कश्मीर में कर्फ्यू लगने के बाद 6 अगस्त को एक लड़के की मौत हो गई थी. इस पर डोभाल ने कहा ,'केवल एक ही घटना रिपोर्ट हुई. 6 अगस्त को एक लड़के की मौत हो गई थी. उसकी मौत गोलियों की वजह से नहीं हुई. पोस्टमॉर्टम से पता चला है कि उसकी मौत किसी कठोर चीज के लगने से हुई थी, न कि गोलियों से.'
पढ़ें ये भी: अजीत डोभाल की बायोपिक करने जा रहे अक्षय, ये हो सकता है पहला सीन
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)