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महाराष्ट्र के नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने बुधवार (5 जुलाई) को अपने चाचा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधते हुए उन पर सत्ता हासिल करने के लिए गठबंधन तोड़ने का आरोप लगाया. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि वो एक दिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं.
बागी एनसीपी नेता ने संख्या खेल में शरद पवार को हरा दिया, लेकिन फिर भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर दावा करने की लड़ाई में दो-तिहाई अंक (36 विधायक) से पीछे रह गए. अजित ने मुंबई एजुकेशन ट्रस्ट में दावा किया, "सभी विधायक मेरे संपर्क में हैं." हालांकि, बैठक में सिर्फ 29 विधायक ही पहुंचे थे.
उन्होंने कहा, "2019 में सरकार बनाने के लिए हमने बीजेपी के साथ 5 मीटिंग कीं और अचानक मुझे बताया गया कि बीजेपी के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा, हम शिवसेना के साथ जाएंगे."
अजित पवार ने चाचा शरद पर उन्हें सबके सामने खलनायक के रूप में दिखाने का आरोप लगाया और कहा कि आप 83 साल के हो गये हैं, फिर भी राजनीति से रिटायर नहीं हो रहे हैं. इस दौरान उन्होंने शरद पवार से अपना आशीर्वाद भी देने को कहा.
वहीं, अजित पवार के शरद पवार को उम्र का हवाला देते हुए राजनीति छोड़ने पर एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा, "लोग कह रहे हैं कि कुछ लोग बूढ़े हो गए हैं इसलिए उनको सिर्फ आशीर्वाद देना चाहिए. रतन टाटा, अमिताभ बच्चन, वॉरन वफेट सब लोग बूढ़े हैं. फारूक अब्दुल्ला जो शरद पवार से तीन साल बड़े हैं वो भी बोल रहे हैं कि शरद को लड़ना चाहिए."
अजित पवार की बैठक के बाद शरद पवार ने भी अपने गुट के पार्टी कार्यकर्ताओं संग बैठक की. इस दौरान उन्होंने क्या कहा आइये आपको बताते हैं.
आप (अजित) किसी चीज से खुश नहीं थे तो बातचीत से रास्ता निकालना चाहिए था.
उन्होंने अजित को नसीहत देते हुए कहा कि अगर कोई गलत काम किया तो वह सजा भुगतने को तैयार रहें.
पवार ने आगे कहा कि हम सरकार का हिस्सा नहीं हैं, लोगों के बीच हैं.
शरद पवार ने कहा, "आपने (बीजेपी) एनसीपी को भ्रष्ट कहा. तो, अब आपने एनसीपी के साथ गठबंधन क्यों किया है?.उद्धव ठाकरे के साथ जो हुआ वह दोहराया गया है.
पवार ने कहा कि पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास है, वह कहीं नहीं जायेगा. जो लोग और पार्टी कार्यकर्ता हमें सत्ता में लाए, वे हमारे साथ हैं.
शरद पवार ने आगे कहा कि जिन विधायकों ने अलग होने का फैसला किया, उन्होंने हमें विश्वास में नहीं लिया. अजित पवार गुट ने किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है.
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Published: 05 Jul 2023,04:10 PM IST