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Ajmer: गौहर चिश्ती को 7 दिन की पुलिस हिरासत- फिलहाल NIA नहीं करेगी पूछताछ

Tailor Kanhaiya के हत्यारों के तार अजमेर दरगाह के खादिमों से जुड़े होने की जांच कर रही है NIA

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भारत
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<div class="paragraphs"><p>अजमेर दरगाह से जुड़े खादिम गौहर चिश्ती को 7 दिन की पुलिस हिरासत</p></div>
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अजमेर दरगाह से जुड़े खादिम गौहर चिश्ती को 7 दिन की पुलिस हिरासत

Image-Social Media

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अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह (Ajmer Dargah) के मुख्य द्वार पर भड़काऊ नारे लगाने के प्रकरण में मुख्य आरोपी खादिम गौहर चिश्ती (Gauhar Chishti) से फिलहाल पुलिस ही पूछताछ करेगी. मजिस्ट्रेट की अदालत ने उसे सात दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

अजमेर के पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने कहा कि गौहर चिश्ती के प्रकरण में एनआईए ने अभी तक अजमेर पुलिस से कोई संपर्क नहीं किया है और ना ही दरगाह क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं.

हैदराबाद से हुई थी चिश्ती की गिरफ्तारी

गौहर चिश्ती को अजमेर पुलिस ने बृहस्पतिवार को हैदराबाद (तेलंगाना) से गिरफ्तार किया था. अजमेर दरगाह के मुख्य द्वार पर 17 जून को कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के आरोपी गौहर चिश्ती को कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार शाम को मजिस्ट्रेट की अदालत में समक्ष पेश किया गया. आरोपी गौहर चिश्ती को शरण देने वाले मुनव्वर को भी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था, लेकिन उसे जमानत दी गई है, हालांकि अभी उससे पूछताछ जारी रहेगी.

दरगाह के भड़काऊ नारे लगाने वाले गौहर चिश्ती की जान पहचान कन्हैया के हत्यारों रियाज और गौस से थी. तीनों की बीच बातचीत होती थी. हत्यारों के अजमेर कनेक्शन को लेकर अजमेर पुलिस के साथ ही एनआईए भी जांच में जुटी हैं.

गौहर इनसे मिलने उदयपुर भी गया था. जिसके 10 दिन बाद ही कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर दी गई. सूत्रों की मानें तो दोनों हत्यारे राजसमंद के रास्ते अजमेर आने वाले थे. दोनों की मुलाकात गौहर चिश्ती से होनी थी, लेकिन पुलिस ने पहले ही दबोच लिया.

गौहर को लेकर अजमेर के दरगाह थाने में कॉन्स्टेबल जयनारायण जाट ने रिपोर्ट दी थी. रिपोर्ट में चूनाराम ने बताया था कि 17 जून को दोपहर 3 बजे उसकी ड्यूटी निजाम गेट पर थी. इसी दौरान कुछ खादिमों द्वारा गेट पर पूर्व से निर्धारित मौन जुलूस की शर्तों का उल्लंघन करते हुए वहां भाषण दिया गया. इसके लिए रिक्शे पर लाउड स्पीकर लगाया.

कॉन्स्टेबल ने रिपोर्ट में बताया कि इस दौरान 2500-3000 लोगों की भीड़ दरगाह के सामने थी. जबकि गौहर चिश्ती को पूर्व में समझाइश भी दी गई थी. लेकिन बावजूद इसके भड़काऊ भाषण के साथ नारेबाजी की गई. ऐसे में धार्मिक स्थल से हिंसा के लिए भीड़ को उकसाने और हत्या का आह्वान करने पर मामला दर्ज किया गया था.

पढ़ें ये भी: सलमान चिश्ती गिरफ्तार: अपने खादिम के भड़काऊ बयान पर अजमेर दरगाह ने दी सफाई

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