advertisement
अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह (Ajmer Dargah) के मुख्य द्वार पर भड़काऊ नारे लगाने के प्रकरण में मुख्य आरोपी खादिम गौहर चिश्ती (Gauhar Chishti) से फिलहाल पुलिस ही पूछताछ करेगी. मजिस्ट्रेट की अदालत ने उसे सात दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
अजमेर के पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने कहा कि गौहर चिश्ती के प्रकरण में एनआईए ने अभी तक अजमेर पुलिस से कोई संपर्क नहीं किया है और ना ही दरगाह क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं.
गौहर चिश्ती को अजमेर पुलिस ने बृहस्पतिवार को हैदराबाद (तेलंगाना) से गिरफ्तार किया था. अजमेर दरगाह के मुख्य द्वार पर 17 जून को कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के आरोपी गौहर चिश्ती को कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार शाम को मजिस्ट्रेट की अदालत में समक्ष पेश किया गया. आरोपी गौहर चिश्ती को शरण देने वाले मुनव्वर को भी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था, लेकिन उसे जमानत दी गई है, हालांकि अभी उससे पूछताछ जारी रहेगी.
गौहर इनसे मिलने उदयपुर भी गया था. जिसके 10 दिन बाद ही कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर दी गई. सूत्रों की मानें तो दोनों हत्यारे राजसमंद के रास्ते अजमेर आने वाले थे. दोनों की मुलाकात गौहर चिश्ती से होनी थी, लेकिन पुलिस ने पहले ही दबोच लिया.
कॉन्स्टेबल ने रिपोर्ट में बताया कि इस दौरान 2500-3000 लोगों की भीड़ दरगाह के सामने थी. जबकि गौहर चिश्ती को पूर्व में समझाइश भी दी गई थी. लेकिन बावजूद इसके भड़काऊ भाषण के साथ नारेबाजी की गई. ऐसे में धार्मिक स्थल से हिंसा के लिए भीड़ को उकसाने और हत्या का आह्वान करने पर मामला दर्ज किया गया था.
पढ़ें ये भी: सलमान चिश्ती गिरफ्तार: अपने खादिम के भड़काऊ बयान पर अजमेर दरगाह ने दी सफाई
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)