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यूपी में कांग्रेस और एसपी के बीच सीटों के बंटवारे पर बात बन गई. कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. 21 फरवरी को कांग्रेस और एसपी की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों पार्टियों ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी-अपनी रणनीति साझा की.
कांग्रेस-एसपी प्रेस कॉन्फ्रेंस में शीट शेयरिंग का जो फॉर्मूला निकला, उसके मुताबिक, कांग्रेस अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, वाराणसी, महाराजगंज, देवरिया, बांसगांव, सीतापुर, अमरोहा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, कानपुर, झांसी, बाराबंकी, फतेहपुर सीकरी, सहारनपुर और मथुरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगी.
एक दिन पहले सपा की तीसरी लिस्ट जारी होने के बाद ही कांग्रेस और सपा के गठबंधन पर संशय गहराने लगा था. वाराणसी से एसपी के सुरेंद्र सिंह पटेल का नाम उम्मीदवार के तौर पर आते ही गठबंधन पर सवाल उठने शुरू हो गए थे. लेकिन अगले ही दिन यानी 21 फरवरी को अखिलेश यादव को सामने आकर गठबंधन पर तस्वीर साफ करनी पड़ी। उन्होंने कहा, "अंत भला तो सब भला."
पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं पर उन्होंने कहा कि राजनीति में ऐसे मौके कई बार आते हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी की कोशिश रहेगी कि लोगों को जोड़ना. अगर पार्टी में किसी को कभी कुछ नहीं दे पाए तो समय आने पर बहुत से लोगों को देने का काम पार्टी करेगी.
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