advertisement
सोमवार, 9 मई को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) चंदौली पहुंचे और उन्होंने मृतक निशा यादव के परिजनों से मुलाकात की. रिपोर्ट्स के मुताबिक निशा की मौत पुलिस दबिश के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी. अखिलेश यादव ने मांग की है कि हाईकोर्ट के जजों की मॉनीटरिंग में घटना की जांच होनी चाहिए. हम पीड़ित परिवार और बच्ची को न्याय दिलाएंगे, मुझे पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की पुलिस पर छापेमारी के दौरान गुंडागर्दी दिखाने का आरोप लगाया. अखिलेश यादव ने आगे कहा कि चंदौली और ललितपुर मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के घरों पर बुलडोजर कब चलेगा.
ललितपुर मामले में एक नाबालिग के साथ चार लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया और जब वह शिकायत दर्ज कराने गई तो पाली थाने के एक एसएचओ ने उसके साथ फिर दुष्कर्म किया.
अखिलेश यादव ने पुलिस और सरकार पर आरोप लगाया कि इस सरकार ने चुनाव जीतने के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने वाली सरकार से आप क्या उम्मीद कर सकते हैं. पुलिस थानों में जाति के आधार पर कार्रवाई की जाती है, पुलिस जनप्रतिनिधियों के दबाव में काम कर रही है.
अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के शासन में न्यायिक हिरासत के दौरान मौत और फर्जी मुठभेड़ के मामलों में उत्तर प्रदेश नंबर वन बन गया है.
वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे मामले पर बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी समाज में शांति नहीं चाहती, सर्वे के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बीजेपी ने प्रायोजित किया है.
पार्टी के सीनियर लीडर आजम खान के सवाल पर उन्होंने ने कहा कि पूरी समाजवादी पार्टी उनके साथ है. जब वह जेल से बाहर आएंगे तो हम उनसे मुलाकात करेंगे.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)