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पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay) ने केंद्र से मिले कारण-बताओ नोटिस का जवाब दिया है. बंद्योपाध्याय को पिछले हफ्ते नोटिस देकर केंद्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चक्रवात समीक्षा बैठक छोड़ने का स्पष्टीकरण मांगा था. बंद्योपाध्याय ने अपने जवाब में कहा है कि 'उन्हें चक्रवात-प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर जाना था और वो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के आदेशों का पालन कर रहे थे.'
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पूर्व मुख्य सचिव ने अपने जवाब में कहा कि उन्होंने पीएम की बैठक से 'दूरी' नहीं बनाई थी. बंद्योपाध्याय ने कहा कि 'जब तक सीएम बनर्जी वहां थीं, वो भी थे.'
पीटीआई के मुताबिक, पूर्व मुख्य सचिव ने कहा कि 'सीएम ममता बनर्जी के निर्देश पर' वो पीएम मोदी की बैठक छोड़कर दीघा शहर में चक्रवात यास से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए निकल गए थे.
मोदी के साथ बैठक में कथित तौर पर शामिल न होने पर अलपन बंद्योपाध्याय को केंद्र ने उनकी सेवा के आखिरी दिन दिल्ली रिपोर्ट करने का आदेश दिया था. ममता बनर्जी ने बंद्योपाध्याय का कार्यकाल तीन महीने बढ़ाया था, लेकिन केंद्र का आदेश था कि वो ये तीन महीने दिल्ली में बिताएं
30 मई को रिटायरमेंट से पहले ही बंद्योपाध्याय को केंद्र ने कारण-बताओ नोटिस भेजा था. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, नए मुख्य सचिव हरी कृष्णा द्विवेदी ने भी केंद्र को खत लिखकर बताया है कि बंद्योपाध्याय '15 मिनट देरी से क्यों पहुंचे थे और फिर क्यों निकल गए.'
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