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अलीगढ़ में CAA-NRC के विरोध में जारी धरना-प्रदर्शन में 23 फरवरी को हालात बेकाबू हो गया. धरने पर बैठी महिलाओं को हटाने को लेकर बवाल शुरू हो गया, जिसके बाद आगजनी की गई. ऊपरकोट के बाद बाबरी मंडी और घास की मंडी में पथराव किया गया और कई बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया. भीड़ ने पुलिस की बैरिकेडिंग को भी फूंक दिया गया.
प्रदर्शनकारियों में मौजूद उपद्रवियों के पथराव को देखते हुए पुलिस ने हालात पर नियंत्रण के लिए लाठीचार्ज किया. वहीं, भीड़ तो तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. प्रदर्शन स्थल पर करीब आठ हजार लोग मौजूद थे.
अलीगढ़ के शाहजमाल ईदगाह में जहां प्रदर्शनकारी कई दिनों से जुटे हैं. वहीं ऊपरकोट कोतवाली के सामने दो दिन से धरना प्रदर्शन पर बैठीं महिलाओं को वहां से हटा दिया गया. यहां लगातार सरकार विरोधी नारेबाजी की जा रही थी. दिल्ली गेट और ऊपरकोट इलाके में सुबह से जारी जुलूस प्रदर्शनों में भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी शामिल रहे. पुलिस इन पर खास नजर रख रही है.
अलीगढ़ के डीएम चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि इस मामले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की कुछ छात्राओं की पहचान की गई है. ऊपरकोट में भारी पुलिस फोर्स और आरएफ को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा
दिल्ली गेट और ऊपरकोट थाना क्षेत्र के मुस्लिम इलाकों के सभी बाजार बंद हैं.
इस बीच खबर मिली है कि खैर बाईपास पर नादा पुल के पास महिलाओं ने जाम लगा दिया. इधर, भीम आर्मी द्वारा भारत बंद के आह्वान का भी असर मिलाजुला देखने को मिल रहा है.
इनपुट आईएएनएस से
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