advertisement
फोन और बैंकिंग सेवाओं के बाद अब इंटरनेट बेस्ड ऑनलाइन सेवाओं के लिए भी आधार जरूरी हो गया है. ऑनलाइन सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनियों ने अपने यूजर्स से कहा है कि उनकी सेवाओं को जारी रखने के लिए अब उन्हें अपना 12 अंकों वाला यूनिक आइडेंटिटी नंबर देना होगा.
ई-कॉमर्स वेबसाइट एमेजॉन ने अपने कस्टमर्स को आधार नंबर अपलोड करने को कहा है ताकि उनके खोए हुए पैकेज को आसानी से ट्रैक किया जा सके. उधर कार रेंटल कंपनी जूमकार ने भी गाइडलाइन जारी करते हुए कहा है कि बिना आधार नंबर के अब कोई भी बुकिंग स्वीकार नहीं की जाएगी.
ऐमेजॉन का कहना है कि कस्टमर्स की पहचान के लिए अधिकृत आइडेंटिटी प्रूफ की खासी जरूरत पड़ती है. कंपनी का कहना है, 'इसलिए हमने अपने कस्टमर्स को सरकारी पहचान पत्र अपलोड करने को कहा है. हम समझते हैं कि यूनीक आईडेंटिटी नंबर (आधार) देश में सर्वमान्य है. इसीलिए हम इसे प्राथमिकता दे रहे हैं.'
हालांकि ऐमेजॉन फिलहाल बिना आधार नंबर के भी अपने प्रोडक्ट्स की डिलिवरी कस्टमर्स तक पहुंचाएगा. कंपनी कहा कहना है कि फिलहाल अगर डिलिवरी के वक्त कस्टमर सरकारी पहचान पत्र नहीं दिखा पाता है, तो कस्टमर की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर ऑर्डर डिलिवर किया जाएगा.
बेंगुलुरू की कार रेंटर कंपनी जूम कार ने भी आधार को जरूरी कर दिया है. कंपनी ने कहा है कि नॉर्थ इंडिया और विजयवाड़ा में बिना आधार के कार की बुकिंग नहीं कराई जा सकेगी. जूमकार ने आधार को अनिवार्य करने की पहल जून महीने में शुरू की थी और अब एक महीने के भीतर इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा.
इनके अलावा मोबाइल बैलट पेटीएम ने भी यूजर्स से अपने अकाउंट को आधार से लिंक करने को कहा है. ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस ओला, उबर भी अपने कस्टमर्स से अकाउंट को आधार से लिंक करने की अपील कर रहीं हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)