advertisement
अंबानी बम धमकी केस में गिरफ्तार सचिन वझे को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है. NIA ने अपनी जांच में इस बात का खुलासा किया है कि सचिन वझे मुंबई के फाइव स्टार होटल से कथित तौर पर जबरन वसूली का रैकेट चलाता था. होटल में रुकने के लिए वो फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल करता था. इस मामले में NIA ने कई पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की है.
अंबानी बम केस और मनसुख हिरेन की मौत के मामले में गिरफ्तार सचिन वझे को लेकर एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं.
इस मामले में NIA ने सचिन वझे के संपर्क में रहने वाले 35 पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की है. NIA के अधिकारी ने NDTV को बताया कि, इसमें डेप्यूटी कमिश्नर रैंक तक के अधिकारी शामिल हैं. जिनमें से कुछ पुलिस वालों के बयान रिकॉर्ड किए गए हैं. इनमें से कुछ अफसरों को भविष्य में गिरफ्तार किया जा सकता है.
NIA की जांच में पता चला है कि सचिन वझे होटल के रूम नंबर 1964 से रैकेट चलाता था. होटल में ठहरने के लिए उसने सुशांत सदाशिव खामकर के नाम का आधार कार्ड इस्तेमाल किया था.
NIA के सीनियर अफसर ने बताया कि सचिन वझे 16 फरवरी को होटल में इनोवा कार से आया था और 20 फरवरी को लैंड क्रूजर से निकला था. इन दोनों गाड़ियों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जब्त कर लिया है. सचिन वझे की होटल में रुकने की ये तारीखें, उन घटनाओं से मेल खाती हैं जब सचिन वझे और उसकी टीम ने मुंबई में लाइसेंस उल्लंघन को लेकर कई प्रतिष्ठानों पर रात में छापेमारी की थी.
बता दें कि मुकेश अंबानी धमकी और मनसुख हिरेन की मौत के मामले में सचिन वझे गिरफ्तारी के बाद से NIA की हिरासत में है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)