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उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के जिलाधिकारी प्रशांत सिंह का एक मृतक के परिजन से बदसलूकी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. मृतक का भाई डीएम से इंसाफ की गुहार लगा रहा था. लोग डीएम की इस संवेदनहीनता पर बेहद नाराजगी जता रहे हैं. अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी को भी ट्विटर पर डीएम को लोगों से अच्छे बर्ताव की नसीहत देनी पड़ी. मामला तूल पकड़ता देख डीएम ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की.
वायरल वीडियो में जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा आक्रोशित भीड़ के बीच मृतक सोनू सिंह के चचेरे भाई और पीसीएस अधिकारी सुनील सिंह का कॉलर पकड़कर खींचते हुए दिख रहे हैं.
वीडियो में दिख रहा है कि मृतक सोनू के बड़े भाई डीएम को बता रहे हैं कि जहां घटना घटित हुई थी वहां पर थोड़ी दूर पर ही डायल 100 पुलिस खड़ी थी. अगर चाहती तो वह अपराधियों को पकड़ सकती थी. गोली चल रही थी. चार पांच राउंड गोली चली . इसके बावजूद उन लोगों ने पकड़ने का प्रयास नहीं किया.
इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि ‘‘आपने उन लोगों का नाम दे दिया है ना, पकड़ में आ जाएंगे. आप यह बताइए कि इस समय हम खड़े हैं. इस जिले का सबसे वरिष्ठ अधिकारी यहां पर खड़ा हुआ है. इतने सारे लोग खड़े हुए हैं. क्या आपको पता है कि उस आदमी के पास कट्टा है. पता है कि नहीं, पता है, उसके पास है कि नहीं ?’’
डीएम के इस बर्ताव पर वहां खड़े लोगों ने विरोध जताया कि 'आराम से बात करिए. ऐसे बात किया जाता है?' तब जिलाधिकारी ने अपना बचाव करते हुए कहा 'पीछे रहो, पीछे रहो ,आगे मत आओ.' जब भीड़ में दूसरे लोग भी बोलने लगे तब उन्होंने कहा कि 'आप से बात नहीं हो रही है. जब इन से हम बात कर लें, तब आपसे बात करेंगे.'
घटना का वीडियो वायरल होने पर अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी ने मामले पर हस्तक्षेप करते हुए एक ट्वीट किया, और डीएम को टैग कर उन्हें नसीहत देते हुए लिखा, "विनय शील एवं संवेदनशील बने हम यही प्रयास होना चाहिए. जनता के हम सेवक हैं, शासक नहीं"
मामले ने जब तूल पकड़ा और कई न्यूज चैनलों में इस वायरल वीडियो को दिखाया गया तो डीएम प्रशांत सिंह ने मृतक के भाई सुनील सिंह के बयान वाला एक वीडियो ट्वीट कर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, "सारे वीडियो पूरी तस्वीर नहीं दिखाते. सच बोलने के लिए शुक्रिया सुनील सिंह. अमेठी प्रशासन अमेठी के लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर है"
इस वीडियो में सुनील सिंह मीडिया से कहते हुए नजर आ रहे हैं, "इस वीडियो को एडिट करके दिखाया गया है. जिलाधिकारी ने मेरी सभी समस्याओं को सुना और हर संभव मदद का आश्वासन दिया." वीडियो में सुनील ये भी कह रहे हैं कि कई वर्षों से जिलाधिकारी से उनके व्यक्तिगत संबंध भी रहे हैं.
(इनपुट: पीटीआई)
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