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गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को चक्रवात वायु के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने 26 टीमों को पहले से तैनात किया गया है. हर टीम में करीब 45 कर्मी हैं. बचाव दल नावों, टेलिकॉम इक्विपमेंट्स जैसी जरूरी चीजों से लैस हैं. गुजरात सरकार के अनुरोध पर एनडीआरएफ अन्य 10 टीमें भी भेज रहा है.
समीक्षा के बाद, गृह मंत्री अमित शाह ने वरिष्ठ अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हर संभव उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्री ने बिजली, टेलीकम्यूनिकेशन, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को बरकरार रखने और चक्रवात से नुकसान होने की स्थिति में तत्काल उन सेवाओं को बहाल किए जाने पर भी जोर दिया.
गृह मंत्रालय गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक की सरकारों के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव के साथ निरंतर संपर्क में है.
अधिकारी ने कहा कि इंडियन कोस्ट गार्ड, नेवी, आर्मी और एयर फोर्स की यूनिट्स को तैयार रखा गया है और सर्विलांस एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर हवाई निगरानी कर रहे हैं. शाह ने कंट्रोल रूम्स को चौबीसों घंटे सक्रिय रहने के भी निर्देश दिए हैं.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अनुमान लगाया है कि चक्रवाती तूफान वायु वारावल और दीव क्षेत्र में पोरबंदर और माहुवा के बीच गुजरात तट पर 13 जून को तड़के टकरा सकता है. इसकी गति संभवत: 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे होगी जोकि बढ़कर 135 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच सकती है.
चक्रवाती तूफान से गुजरात के तटीय जिलों में भारी बारिश होने की उम्मीद है. इसके साथ ही 1 से 1.5 तक ज्वार उठने की उम्मीद है जिससे कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर के निचले जिलों में पानी भरने की संभावना है.
बैठक में गृह सचिव, भूविज्ञान के सचिव, आईएमडी और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे.
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