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अलगाववादी अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पांच दिनों से लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. पुलिस अमृतपाल सिंह को गिरफ्तारी करने के लिए पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, असम और हिमाचल प्रदेश में तलाशी कर रही है. इस बीच, पुलिस ने अमृतपाल की उस कार और बाइक को भी बरामद कर लिया है जिससे वो कथित तौर पर फरार हुआ था. लेकिन पांच दिन बाद भी पुलिस ये नहीं पता कर पायी है कि अमृतपाल सिंह कहां छुपा है?
हालांकि, पंजाब पुलिस अमृतपाल सिंह की जल्द गिरफ्तारी का दावा कर रही है. ऐसे में आइये आपको बताते हैं कि अमृतपाल सिंह मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?
पंजाब पुलिस ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि पीछा करने के दौरान अमृतपाल सिंह जालंधर जिले के नंगल अंबियन गांव के एक गुरुद्वारे में भाग गया.
पुलिस द्वारा दी गई टाइम लाइन के अनुसार, अमृतपाल सिंह एक मर्सिडीज एसयूवी में ट्रैवेल कर रहा था जब पुलिस ने उसका पीछा करना शुरू किया. इसके बाद वह एक ब्रेज़्ज़ा में शिफ्ट हो गया और अंत में नंगल अम्बियन गांव से बाइक पर चला गया.
अमृतपाल सिंह की एक सहयोगी के साथ एक गाड़ी पर अपनी बाइक ले जाने की तस्वीर सामने आई है.
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पंजाब के हालात पर चर्चा के लिए 27 मार्च को चुनिंदा सिख संगठनों, बुद्धिजीवियों, वकीलों और छात्र संगठनों की एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है.
22 मार्च को पंजाब विधानसभा में शिरोमणि अकाली दल ने अमृतपाल के खिलाफ NSA लगाने की निंदा की तो वहीं कांग्रेस विधायकों ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा से इनकार किए जाने के बाद हंगामा किया.
शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने अमृतपाल सिंह और उसके संगठन 'वारिस पंजाब डे' के सदस्यों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में "आतंक का माहौल" बनाया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कई सिख युवाओं को "झूठे मामलों" में फंसाया जा रहा है.
मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा, 'मैं समझता हूं कि जिस NSA को लागू किया गया है, वह पूरी तरह से गलत है.' उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह हो या कोई और, अगर किसी ने गलत किया है तो कानून के दायरे में कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं, नई दिल्ली में पुलिस द्वारा ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर ट्रैफिक बैरिकेड्स को हटाये जाने के बाद लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर अधिक पुलिसकर्मी और बैरिकेड्स को लगाया गया. दरअसल, लंदन और सैन फ्रांसिस्को में 19 मार्च को अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया था.
प्रदर्शनकारियों ने उच्चायोग परिसर में तोड़फोड़ की और तिरंगे को उतार दिया था. इस प्रदर्शन का लंदन में रह रहे भारतीय मूल के लोग ने विरोध जताया था. जबकि 20 मार्च को दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर सिख समुदाय के लोगों ने लंदन में हुई घटना का विरोध किया.
लुमेन डेटाबेस को ट्विटर के डिस्क्लोजर के अनुसार, इस कार्रवाई के संबंध में कुल 122 खातों को ब्लॉक गया है. इस लिस्ट में कनाडा के राजनेता जगमीत सिंह और गुररतन सिंह, कवि रूपी कौर, स्वैच्छिक संगठन यूनाइटेड सिख, संगरूर से सांसद सिमरनजीत सिंह मान, नागरिक समाज संगठन खलरा मिशन, अमेरिका स्थित लेखक पीटर फ्रेडरिक शामिल हैं. अमृतपाल सिंह पर रिपोर्टिंग करने वाले पंजाब के कई पत्रकारों के एकाउंट्स को भी ब्लॉक किया गया है.
पंजाब पुलिस के आईजी (हेडक्वार्टर) सुखचैन सिंह गिल ने कहा, "अमृतपाल सिंह के खिलाफ NSA लागू किया गया है और अब तक 154 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले मंगलवार को गिल ने कहा कि था कि अमृतपाल के चार साथियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से एक 315 बोर राइफल, कुछ तलवारें और वॉकी-टॉकी बरामद किया गया है.
वहीं, पुलिस ने अमृतपाल के परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ की है जबकि उसके चाचा और ड्राइवर ने दो दिन पहले ही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.
पंजाब पुलिस 21 मार्च को अमृतपाल सिंह के संभावित लुक्स जारी किया. पुलिस ने फोटो जारी करते हुए लोगों से मदद मांगी है कि अगर कोई पहचाने तो जानकारी दे. पुलिस ने अमृतपाल सिंह की 7 तस्वीरों का एक सेट जारी किया है, जो खुद को सिख आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले की स्टाइल करता है. तस्वीर में वो भेष, पगड़ी और क्लीन शेव में भी नजर आ रहा है.
इससे पहले पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने अमृतपाल सिंह के "भागने" पर राज्य सरकार की खिंचाई की और पूछा कि आखिर वो कैसे पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. कोर्ट ने 21 मार्च को पंजाब के एडवोकेट जनरल विनोद घई से पूछा, "आपके पास 80 हजार पुलिस है, उसे कैसे गिरफ्तार नहीं किया गया?"
इस पर जालंधर पुलिस कमिश्नर ने हलफनामा दायर कर कोर्ट को पूरी स्थिति के बारे में विस्तार से बताया कि पुलिस ने कैसे अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन चलाया और वो फरार हो गया.
पंजाब पुलिस बुधवार को अमृतपाल सिंह के जल्लूपुरा खेड़ा गांव पहुंची और यहां उनके परिवार से मुलाकात की. जालंधर एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने कहा है कि जिस बाइक से अमृतपाल सिंह भागा था, उसे पुलिस ने बरामद कर लिया है. उन्होंने कहा कि अमृतपाल 18 मार्च को एक गुरुद्वारे में 40-45 मिनट तक छुपा था. उसने वहां बाइक मंगाई थी और फिर फरार हुआ था.
इस बीच, उत्तराखंड पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा पर भी कई जगहों पर अमृतपाल सिंह को लेकर तलाशी की लेकिन अब तक कोई खास सफलता नहीं मिली है. इससे पहले मंगलवार को पंजाब के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल सिंह के मामले की जांच अभी तक NIA को नहीं सौंपी गयी है. उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट और लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है.
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