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चीन से विवाद के बीच गुरुवार को सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे सुबह लद्दाख पहुंचे. जहां उन्होंने दक्षिण पैंगोंग और अन्य जगहों पर हालात का जायजा लिया. नरवणे की यात्रा बेहद अहम मानी जा रही है कि अभी कुछ दिन पहले ही LAC पर चीनी सैनिकों के भारतीयों सैनिकों की झड़प हुई थी.
बता दें कि पिछले करीब दो महीने से जारी बातचीत के बाद एक बार फिर चीन की तरफ से एलएसी पार करने की कोशिश की गई. पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के नजदीक चीनी सैनिक पूरी तैयारी से घुसपैठ करने के लिए आए थे, लेकिन भारतीय जवानों ने दीवार बनकर एक बार फिर उनका रास्ता रोक लिया और चीनी सेना अपने मंसूबों में नाकाम रही.
29 अगस्त की रात हुई इस घुसपैठ की कोशिश के बाद भी चीनी सेना ने 31 अगस्त को भी ऐसी ही हरकत करने की कोशिश की, जिसे फिर भारतीय सेना ने नाकाम किया. लेकिन इस नए डेवलपमेंट की खास बात ये है कि पैंगोंग त्सो के साउथ एरिया पर कभी कोई तनाव नहीं होने की वजह से वहां आर्मी कभी भी तैनात नहीं रही.
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