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गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन से तनाव जारी है. इसी तनाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख एमएम नरवणे लद्दाख पहुंचे. जहां उन्होंने 15 जून की रात हुई झड़प के दौरान घायल हुए भारतीय जवानों के साथ मुलाकात की. उन्होंने मिलिट्री हॉस्पिटल में एडमिट हुए जवानों से उनका हालचाल जाना और उनका हौसला बढ़ाया. जनरल नरवणे दो दिन के लद्दाख दौरे पर हैं.
सेना प्रमुख ने आर्मी हॉस्पिटल के इस दौरे पर घायल हुए जवानों का हाल जाना. उन्होंने जवानों के पास जाकर उनसे बातचीत भी की और उनके जल्द ठीक होकर ड्यूटी पर लौटने की बात कही. बताया जा रहा है कि सेना प्रमुख ने चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प को लेकर भी जवानों से बातचीत की.
आर्मी चीफ उस वक्त लद्दाख पहुंचे हैं जब भारत और चीन के बीच हुई सैन्य स्तर की बातचीत कुछ हद तक सफल होती हुई दिख रही है. अपने इस दौरे में आर्मी चीफ नरवणे लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह से भी मुलाकात कर सकते हैं. जो लगातार चीन से हो रही बाचतीत में शामिल हो रहे हैं.
आर्मी चीफ का दो दिन का ये दौरा काफी खास बताया जा रहा है. इस वक्त जब बॉर्डर पर सेना हाई अलर्ट पर है और चीन की तरफ से हो रही हर हरकत पर नजर रखी जा रही है, तब आर्मी चीफ तैयारियों का जायजा ले सकते हैं. बॉर्डर पर भारतीय सेना की हर स्थिति को लेकर सेना के बड़े कमांडर आर्मी चीफ को रिपोर्ट दे सकते हैं.
बता दें कि 15 जून की रात गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. कई घंटों तक चली इस झड़प में भारत ने अपने 20 जवान खो दिए. इस दौरान भारत के कई जवान गंभीर रूप से घायल भी हुए. जिनका इलाज मिलिट्री हॉस्पिटल में चल रहा है.
वहीं सेना की तरफ से बताया गया कि चीन के भी कई जवान मारे गए हैं और घायल हुए हैं. चीन के साथ इस झड़प के बाद भारतीय सेना ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर एंगेजमेंट के नियम बदल दिए हैं. बदले हुए नियमों के मुताबिक, अब फील्ड कमांडर 'असाधारण' परिस्थितियों में सेना को हथियार इस्तेमाल करने का आदेश दे सकते हैं.
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