Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019कभी कांग्रेसी थे BJP में गए ‘राम‘, ‘सीता’, ‘रावण’ भी रह चुके सांसद

कभी कांग्रेसी थे BJP में गए ‘राम‘, ‘सीता’, ‘रावण’ भी रह चुके सांसद

अरुण गोविल को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़वाना चाहते थे. 

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
अरुण गोविल की राजीव गांधी से मुलाकात
i
अरुण गोविल की राजीव गांधी से मुलाकात
(फोटो: Altered by Quint Hindi)

advertisement

5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के वक्त बीजेपी में फिल्म स्टार्स की एंट्री तेजी से हो रही है. अब 1980 के रामानंद सागर के सबसे पॉपुलर टीवी सीरियल रामायण में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल बीजेपी में शामिल हो गए हैं. टीवी के राम ने सीता यानी दीपिका चिखलिया और रावण यानी अरविंद त्रिवेदी के 35 साल बाद राजनीति में कदम रखा है. वैसे टीवी के राम पहले कांग्रेस के लिए प्रचार कर चुके हैं.

1988 में कांग्रेसी थे 'राम'

आपको बता दें कि 1958 में यूपी के मेरठ में जन्मे अरुण ने सहारनपुर और शाहजहांपुर में अपनी स्कूली शिक्षा हासिल की. फिर मथुरा से बीएससी किया. वे 1988 के आसपास कांग्रेस में रहे थे. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़वाना चाहते थे. लेकिन अपनी छवि को देखते हुए उन्होंने इलेक्शन में खड़े होने से मना करा दिया था. पार्टी उन्हें इंदौर से चुनाव लड़ाना चाहती थी.

राजीव गांधी के साथ अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया(फोटो: @dipikachkhliatopiwala)
अब पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में अरुण गोविल का बीजेपी में शामिल होना खास माना जा रहा है. हालांकि, पार्टी में उनकी जिम्मेदारी क्या होगी यह अभी साफ नहीं है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वे विधानसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं. हालांकि, इस बारे में पार्टी या अरुण की तरफ से कोई बयान नहीं आया है.

'सीता' और 'रावण' रह चुके बीजेपी सांसद

1991 के आम चुनाव में रामायण के दो एक्टर दीपिका चिखलिया (सीता) और अरविंद त्रिवेदी (रावण) गुजरात के चुनावी मैदान में उतरे. दोनों को ही बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया था. दीपिका चिखलिया ने बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा. दीपिका को इस चुनाव में 276,038 वोट मिले थे, जबकि उनके विरोधी कांग्रेस के उम्मीदवार को 241,850 वोट मिले थे.

बीजेपी के टिकट पर ही अरविंद त्रिवेदी ने 1991 में गुजरात के साबरकांठा सीट से चुनाव जीता था. वे 1991 से 1996 के बीच बीजेपी से सांसद रहे.

एक बार अपने एक लेख में खुद अरविंद त्रिवेदी ने लिखा था कि मुझे रावण भूमिका की वजह से लोकसभा का सदस्य बनने का मौका भी मिला और मेरे लोकसभा सदस्य बनने पर मेरे मित्र राजेश खन्ना ने बड़ी मजेदार टिप्पणी की थी कि भारतीय जनता पार्टी ने राम के नाम पर चुनाव लड़ा और रावण को लोकसभा का टिकट दिया. 

हालांकि, अरविंद त्रिवेदी का बहुत कम समय में ही राजनीति से मोहभंग हो गया और वह एक्टिंग की दुनिया में फिर से लौट आए थे.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

राम बन हुए घर-घर पॉपुलर हुए अरुण

63 साल के अरुण गोविल ने यूं तो कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया लेकिन उन्हें पॉपुलैरिटी सीरियल रामायण में राम का रोल प्ले कर मिली. वे घर-घर में फेमस हुए. अरुण भगवान राम के रोल से इतने फेमस हो गए थे कि कई बार लोग शूटिंग के दौरान उनसे आशीर्वाद लेने सेट पर ही पहुंच जाते थे. ये बात खुद उन्होंने एक इंटरव्यू में बताई थी. इतना ही नहीं लोग टीवी पर शो शुरू होते ही फूलों की माला चढ़ाते थे. वे राम के रोल में ऐसे ढल गए कि लोग उन्हें सिर्फ इसी रोल में ही देखना पसंद करते थे. इसका परिणाम ये हुआ कि उनका एक्टिंग का करियर ही खत्म हो गया.

अरुण गोविल को आज भी लोग भगवान राम के रोल के लिए पहचानते हैं. (फोटो: Twitter)

राम के रोल के लिए हो गए थे रिजेक्ट

अरुण गोविल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने राम के किरदार के लिए ऑडिशन दिया था और वो इसके लिए रिजेक्ट भी हो गए थे.

उन्होंने बताया था-

मैं उस वक्त रामानंद सागर के सीरियल विक्रम और बेताल में काम कर रहा था. जब मैंने रामायण के बारे में सुना तो मेरे मन में आया कि मुझे राम का रोल प्ले करना चाहिए. मैंने रामानंद सागर से कहा कि मैं राम का रोल करना चाहता हूं तो उन्होंने मुझे हैरानी से देखा था. फिर उन्होंने मेरी बात सुनने के बाद कहा कि जब समय आएगा तो वो मुझे बता देंगे. कई महीने बीत गए. फिर मुझे राम के ऑडिशन के लिए बुलाया गया. वहां मेरे अलावा कई और लोग भी आए थे. मैंने ऑडिशन दिया और मुझे रिजेक्ट कर दिया गया. किसी दूसरे एक्टर को राम के लिए कास्ट किया गया. शूटिंग की डेट्स भी अनाउंस हो गई थी. कई महीने बीत गए. तभी एक दिन फोन आया और मुझे रामानंद सागर ने मिलने के लिए बुलाया. उन्होंने मुझे बुलाकर कहा कि सेलेक्शन कमेटी ने आपको राम के रोल के लिए सिलेक्ट किया है.

दांव पर करियर

जब अरुण का करियर दांव पर लगा तो वो बॉलीवुड के अलावा बंगाली और ओड़िया फिल्मों में भी काम करने लगे. काम नहीं मिलने के चलते वो इन फिल्मों के लिए राजी हुए थे. उन्होंने विक्रम बेताल, रामायण के अलावा टीवी शो बसेरा, अहसास-कहानी एक घर की, कैसे कहूं, अपराजिता, अंतरा, सांझी जैसे शोज में काम कर चुके हैं. अब वे न तो टीवी पर और न ही फिल्म में नजर आते हैं. हालांकि कभी-कभी प्रोडक्शन का काम करते हैं. उन्होंने रामायण में लक्ष्मण का रोल करने वाले सुनील लहरी के साथ मिलकर अपनी प्रोडक्शन कंपनी शुरू की, जो दूरदर्शन चैनल के लिए कार्यक्रम बनाती है.

एक्ट्रेस है पत्नी, 2 बच्चों के पिता है अरुण

बता दें कि अरुण ने एक्ट्रेस श्रीलेखा से शादी की. अरुण गोविल के 2 बच्चे हैं. बेटे का नाम अमल गोविल और बेटी का सोनिका गोविल है. बेटे अमर की शादी हो चुकी है, जबकि बेटी सोनिका पढ़ाई खत्म कर जॉब कर रही हैं. अरुण 8 भाई-बहनों में चौथे नंबर के हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 19 Mar 2021,11:49 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT