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पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त को एम्स में आखिरी सांस ली. जेटली न सिर्फ बीजेपी के एक सबसे बड़े नेता थे, बल्कि पार्टी के लिए मुसीबत के समय ‘संकटमोचक’ भी थे. उनके निधन पर बीजेपी के साथ ही विपक्षी दलों के नेताओं ने भी गहरा दुख जताया है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा.
सोनिया ने कहा, "एक सार्वजनिक शख्सियत, सांसद और मंत्री के तौर पर जेटली की लंबी पारी रही और सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा."
जेटली के निधन पर दुख जताते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि देश ने ऐसा नेता खो दिया है जिन्होंने हमेशा समाज की बेहतरी के लिए काम किया. उन्होंने जेटली की पत्नी संगीता जेटली को शोक संदेश भेजकर दुख जताया.
बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने दिवंगत पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें फूड लवर बताया. आडवाणी ने जेटली के साथ अपने जीवन के अहम पलों को याद करते हुए कहा, वो फूड लवर थे. हमेशा अच्छे रेस्तरां बताया करते थे. उन्होंने ये भी बताया कि जेटली हमेशा परिवार के साथ दिवाली पर उनके घर आ करते थे.
आडवाणी ने कहा, जेटली एक ऐसे व्यक्ति थे, जिसने राजनीतिक स्पेक्ट्रम के लोगों के साथ अपनी दोस्ती को भी महत्व दिया और उसको निभाया. अरुण जी को मधुर भाषा बोलने वाले, ज्ञानी और गर्मजोशी से भरे व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा.
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