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हाई प्रोफाइल नामों वाले मुंबई क्रूज ड्रग्स पार्टी मामले की पहेली और उलझती जा रही है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के छापे और जांच पर फिर से सवाल उठने लगे हैं. बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) के खिलाफ मामले में एक गवाह ने एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) और कथित प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर केपी गोसावी (KP Gosavi) के बीच मिलीभगत और करोड़ों रूपये के लेन-देन के बारे में चौंकाने वाले दावे किए हैं.
गवाह ने यह भी कहा कि NCB ने उससे पंचनामे में सादे पेपर पर साइन कराया. समीर वानखेड़े ने किसी भी गलत काम के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि वह “एक उपयुक्त जवाब” देंगे.
गौरतलब है कि प्रभाकर सेल को एजेंसी ने 6 अक्टूबर को जारी एक प्रेस रिलीज में गवाह के रूप में नामित किया था. प्रभाकर सेल ने अपने हलफनामे में आरोप लगाया कि गोसावी केपी लापता है. प्रभाकर ने लिखा है कि उसे अपने जीवन और स्वतंत्रता के लिए डर है, यही वजह है कि उसने हलफनामा दायर किया है.
शुरू से ही इस एनसीबी की इस जांच पर सवाल उठा रहे महाराष्ट्र कैबिनेट में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मालिक ने ट्वीट करते हुए कहा कि "सत्य ही जीतेगा सत्यमेव जयते"
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने कहा कि "आर्यनखान मामले में एनसीबी द्वारा कोरे कागज पर दस्तखत करने के लिए आरोप हैरान करने वाले हैं. इसके अलावा ऐसी रिपोर्ट भी हैं कि भारी धन की मांग की गयी थी. सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह मामले महाराष्ट्र को बदनाम करने के लिए है. ऐसा लगता है कि यह सच हो रहा है. पुलिस को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए"
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