advertisement
गुजरात (Gujarat) के साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) को एक बार फिर प्रयागराज लाया जा रहा है. यूपी पुलिस की एक टीम अतीक अहमद को अहमदाबाद से लेकर रवाना हो चुकी है. बताया जा रहा है कि बुधवार (12 अप्रैल) दोपहर तक अतीक प्रयागराज पहुंच जायेगा. ये दो हफ्ते में दूसरा मौका है, जब माफिया को प्रयागराज लाया जा रहा है.
24 फरवरी को प्रयागराज में बीएसपी के पूर्व विधायक राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal Murder) की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस केस में पुलिस ने अतीक अहमद को मुख्य आरोपी बनाया है और उसी मामले में उसके खिलाफ 'वारंट बी' जारी हुआ है.
दरअसल, किसी भी जेल में बंद व्यक्ति को जब वारंट बी यानी आरोपी बनाकर कोर्ट में पेश करना हो तो आरोपी को कोर्ट में लाना पड़ता है. अतीक अहमद को भी हत्या के केस में अदालत में पेश किया जाएगा. इसके बाद पुलिस उसकी रिमांड मांगेगी.
अतीक अहमद को लाने के लिए उसी टीम को भेजा गया है, जो पिछले बार उसे लेकर आयी थी. इसमें एक ACP और 2 इंस्पेक्टर के साथ ही 30 कॉन्स्टेबल शामिल हैं. उसे लाने के लिये एक जीप और दो बंदी रक्षक वाहन भी भेजा गया है.
माफिया को लाने के लिए जो प्रिजन वैन भेजी गई है, उसमें CCTV कैमरे के साथ बायोमेट्रिक लॉक लगा हुआ है, जिसका एक्सेस कुछ ही पुलिसकर्मियों को दिया गया है. इसके अलावा पुलिस वालों के बॉडी पर कैमरा लगा है ताकि अतीक को साबरमती से प्रयागराज ले जाने की पूरी वारदात रिकॉर्ड हो सके. कई जवानों ने बुलेटप्रूफ जैकेट भी पहन रखा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अतीक अहमद को यूपी पुलिस प्रयागराज ला रही थी. लेकिन पुलिस का काफिला राजस्थान के डूंगरपुर में कुछ समय के लिए रुक गया था. बताया जा रहा है कि अतीक की गाड़ी के साथ चल रही दूसरी वैन के क्लच में दिक्कत आ गई थी, जिसको ठीक करवाने के बाद काफिला आगे बढ़ा.
साबरमती जेल से निकलते वक्त एक बार फिर माफिया अतीक ने अपनी जान को खतरा बताया. उसने कहा कि अदालत के आदेश की आड़ में आते-जाते वक्त उसकी जान ली जा सकती है. अतीक ने अपनी जान का खतरा बताते हुए पहले ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जबकि उसका परिवार पहले ही उसकी हत्या की आशंका जता चुका है.
हालांकि, जब अतीक का काफिला राजस्थान के बिछीवाड़ा से रवाना हुआ तो उसने कहा, "मैं सुरक्षा को लेकर संतुष्ट हूं. कोर्ट से जो फैसला होगा वह मानेंगे."
उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस अब तक दो बदमाशों का एनकाउंटर कर चुकी है. माफिया के कई करीबियों के घरों को जमींदोज किया जा चुका है. वहीं, अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी तेज कर दी है. अतीक की पत्नी शाइस्ता और बहन नूरी भी अब तक फरार हैं. पुलिस ने शाइस्ता पर पचास हजार का इनाम घोषित किया है.
पुलिस को अतीक के बेटे असद की भी तलाश है, लेकिन अब तक उसका पता नहीं चल पाया है. हालांकि, पुलिस ने असद के एक दोस्त को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. वहीं, उमेश पाल के परिजनों ने मांग की है कि अतीक अहमद को फांसी दी जाये.
इससे पहले 27 मार्च को अतीक अहमद को अहमदाबाद से प्रयागराज लाया गया था. उसे 17 साल पुराने उमेश पाल अपहरण केस में कोर्ट में पेश किया गया था, जहां अदालत ने माफिया अतीक समेत दो अन्य लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)