advertisement
बिहार के गोपालगंज (Gopalganj) जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा 15 हो गया है, वहीं बेतिया में भी 8 लोगों के मौत की खबर है. सूत्रों के अनुसार मृतकों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है.
गोपालगंज के मोहम्मदपुर थाने के अलग-अलग गांवों में बुधवार को संदिग्ध स्थिति में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई की हालत गंभीर बनी हुई है. मोतिहारी के सरकारी अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा है. सूत्रों के अनुसार मृतकों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है.
मृतक मोहम्मदपुर थाने के कुशहर, मोहम्मदपुर, मंगोलपुर, बुचेया और छपरा के मसरख थाने के रसौली गांव के रहने वाले बताये जा रहे हैं. वहीं, जिला प्रशासन ने बुधवार की शाम तक चार शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया, मृतकों के परिवार वालों ने शराब पीने से मौत होने की बात कही है.
वहीं बेतिया में जहरीली शराब से 8 लोगों के मौत की खबर है. मामला नौतन थाना इलाके के दक्षिणी तेलहुआ गांव का है. बताया जा रहा कि बुधवार शाम में गांव के ही दलित बस्ती में कई लोगों ने एक साथ शराब पी थी, जिसके बाद कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई. घटना में 8 लोगों की मौत हो गई है और कई को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
राज्य में 2016 में शराबबंदी लागू है. नीतीश सरकार ने शराब की बिक्री और सेवन करने वालों पर कार्रवाई के लिए कठोर कानून बनाया है. फिर भी राज्य में अवैध और नकली शराब का कारोबार थमता नहीं दिख रहा है. राज्य सरकार के तमाम दावों के बीच अकसर राज्य में शराब की तस्करी और जहरीली शराब से जुड़ी घटनाएं सामने आती रहती हैं.
पिछले हफ्ते ही मुजफ्फरपुर के सरैया थाना इलाके के रूपौली और विशहर पट्टी गांव में हुई में जहरीली शराब की वजह से कम से कम आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई थी.
इसे लेकर 1 नवंबर को जब सीएम नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था, ''जब गड़बड़ चीज पीजियेगा तो यही सब न होगा, कोई कुछ गलत चीज पिला देगा और आप चले जाइयेगा.''
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)