advertisement
महाराष्ट्र के औरंगाबद में एक मालगाड़ी के चपेट में आने से 16 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई. बताया गया है कि मजदूर रेलवे ट्रक पर आराम कर रहे थे और ट्रैक पर आई मालगाड़ी ने मजदूरों को कुचल दिया. मजदूरों की मौत को औरंगाबाद से AIMIM सांसद इम्तियाज जलील ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए इस हादसे को हत्या करार दिया है. उन्होंने सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की और पूछा कि इस हत्या का जिम्मेदार कौन है.
सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि, “मजदूरों के प्रति जो सरकार का रवैया है वह बेहद खराब है. लॉकडाउन होने के बाद मजदूर अपने घर जाने को बेचैन और मजबूर है लेकिन उन्हें किसी तरह की सहायता नहीं दी जा रही है. इसलिए मजदूरों ने ट्रेन की पटरी का सहारा लेकर घर जाने का फैसला किया. क्योंकि शहर में कई जगह पुलिस तैनात हैं जो इन्हें रोक रहे हैं और उनकी पिटाई भी कर रहे हैं.”
औरंगाबाद सांसद ने कहा कि, औरंगाबाद की घटना कोई हादसा नहीं हत्या है ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार जानती है कि महाराष्ट्र में कितने प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं. अलग-अलग राज्यों से यहां मजदूर फंसे हुए हैं मजदूरों को भरोसा था कि सरकार कुछ सहायता करेगी. लेकिन मजबूर मजदूरों ने ट्रैक का सहारा लिया क्योंकि उन्हें सड़क से जाने नहीं दिया जाता. ऐसे और भी मामले हैं जहां मजदूर घर पहुंचने की उम्मीद से पहाड़ और नदी का रास्ता अपना रहे हैं. ऐसे में ये मजदूर भी जालना से भुसावल की ओर निकले. भुसावल एक रेलवे जंक्शन है और वहां से ट्रेन गुजरती है तो उन्होंने सोचा कि हो सकता है ट्रेन मिल जाए. उन्होंने कहा,
औरंबाबाद के एसपी के मुताबिक ये हादसा शुक्रवार सुबह पांच बजे हुआ. उन्होंने बताया कि, सुबह 5:15 बजे बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, एक मालगाड़ी गुजर रही थी उसके नीचे मजदूर आ गए. इसमें 16 मजदूरों की मौत हो गई, एक घायल है, 4 लोग जो दूर बैठे थे उनसे हम पूछताछ कर रहे हैं. एक शख्स ने बताया है कि वो लोग जालना से निकले थे और भूसावल जाना चाहते थे, जहां से वो ट्रेन पकड़ना चाहते थे. ये पैदल जा रहे थे, पटरी पर वो आराम करने के लिए लेटे थे, उनको नींद आ गई और ये हादसा हो गया.
महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. वहीं, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके हादसे पर दुख जाहिर किया है और कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)