advertisement
भारतीय प्लेबैक सिंगर अनुराधा पौडवाल (Indian Playback Singer Anuradha Paudwal) ने अजान (Azan) के लिए लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध (Ban on Loudspeakers) लगाने की मांग की है. अपने गीतों के लिए मशहूर गायिका ने कहा कि भारत में इस तरह के अभ्यास की जरूरत नहीं है. अनुराधा पौडवाल से पहले बिहार सरकार में मंत्री जनक राम (Janak Ram) ने भी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की है.
आपको बता दें यह विवाद राज ठाकरे के उस बयान के बाद शुरू हुआ जिसमे उन्होंने कहा था या तो महाराष्ट्र सरकार मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवा दें वरना उनकी पार्टी के लोग लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएंगे.
अनुराधा पौडवाल ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा, "मैंने दुनिया में कई जगहों का दौरा किया है. मैंने भारत के अलावा ऐसा कुछ नहीं देखा है. मैं किसी धर्म के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन यहां इसे जबरन बढ़ावा दिया जा रहा है. वे मस्जिद से लाउडस्पीकर पर अजान देते हैं.अन्य समुदाय सवाल करते हैं कि अगर वे लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर सकते हैं तो दूसरे ऐसा क्यों नहीं कर सकते हैं."
इसी इंटरव्यू में उन्होंने आगे राज ठाकरे की तर्ज पर कहा कि, “मैंने मध्य पूर्वी देशों की यात्रा की है. वहां लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध है, जब मुस्लिम देश इसे बंद कर रहे हैं, तो भारत में इस तरह की प्रथाओं की क्या जरूरत है?” पौडवाल ने कहा कि अगर यह जारी रहा तो लोग लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर देंगे. "इससे तनाव पैदा होगा, जो अच्छा नहीं है."
बिहार के खान और भूविज्ञान मंत्री जनक राम ने भी मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर कंट्रोल की मांग की है. जनक राम ने कहा, "अगर सभी धर्मों के लोग आस-पास रह रहे हैं, तो लाउडस्पीकर अधिक मात्रा में बजने पर कुछ तरह की असुविधा होती है."
राज ठाकरे के यह मुद्दा उठाने के फौरन बाद कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा था कि राज्य में मस्जिदों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर चिंताओं को दूर करने के लिए एक समाधान पर काम किया जाना चाहिए.
कर्नाटक पुलिस ने तो राज्य भर की मस्जिदों को नोटिस भी जारी किए हैं. पुलिस ने अपने नोटिस में ध्वनि प्रदूषण के नियमों का उल्लंघन न करने और अजान के लिए निर्धारित डेसिबल स्तर पर ही लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के निर्देश दिए हैं.
इस जारी विवाद के बीच अनुराधा पौडवाल के इस बयान ने इस विवाद को एक नई दिशा और बहस की वजह दे दी है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)