advertisement
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बागपत जिले में एक ईंट भट्ठा व्यवसायी ने महिला अधिकारी पर रिश्वत मांगने और गाली-गलौज करने का आरोप लगाया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वहीं, असिस्टेंट लेबर कमिश्नर का कहना है कि उनकी टीम पर भट्ठा मालिक ने हमला किया, सरकारी काम में बाधा डाला और साथ ही उनके साथ अभद्रता भी की गई.
दरअसल, उपेंद्र उर्फ बिट्टू कुमार, ग्राम फैजपुर निनाना में डीबीएफ ईंट भट्ठे का मालिक है. उसने बागपत जिलाधिकारी को लिखित शिकायत कि है कि भट्ठे पर काम करने वाले 35 श्रमिकों ने पेशगी की पांच लाख 39 हजार 916 रुपये की रकम को एडवांस में ले लिया है और उसके बाद काम करने से मना कर दिया है.
ईंट भट्ठा मालिक बिट्टू कुमार का दावा है कि जांच के दौरान श्रम विभाग की टीम को शिकायत गलत मिली और भट्ठे पर कोई भी श्रमिक बंधुआ नहीं मिला. उसने आगे दावा किया कि शिकायत झूठ साबित होने पर असिस्टेंट लेबर कमिश्नर विनीता सिंह ने अपने कर्मचारियों के द्वारा जांच के नाम पर एक लाख रुपये रिश्वत की मांग की. भट्ठा मालिक ने कहा कि...
बिट्टू कुमार का आरोप है कि बकाया रिश्वत की रकम न देने पर असिस्टेंट लेबर कमिश्नर ने भट्ठा मालिक के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज करा दिया है. उन्होंने इस मामले में डीएम बागपत से महिला अधिकारी के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है. महिला अधिकारी पर ये भी आरोप है कि उन्होंने वीडियो बना रहे व्यक्ति से मोबाइल छीनकर तोड़ दिया.
सहायक श्रम आयुक्त विनीता सिंह ने द क्विंट से बातचीत में बताया कि यह मामला 23 मई का है और रिश्वत का आरोप निराधार है. उन्होंने बताया कि मजदूरों रिट दायर की थी. इसमें उन्होंने कहा आरोप लगाए थे कि उनसे ईंट भट्ठे के मालिक द्वारा जबरदस्ती काम कराया जा रहा है. इसके बाद हमने एक्शन लेते हुए उन्हें वहां से छुड़ाया और उन्हें उनके घर उसी दिन छोड़कर आए. कुछ मजदूर डोरी गांव के थे. इसके बाद हमने ईंट भट्ठा मालिक के खिलाफ FIR दर्ज करवाई. FIR कराने के बाद हमारे ऊपर दबाव बनाया जाने लगा विभिन्न माध्यमों के जरिए.
विनीता सिंह, सहायक श्रम आयुक्त, बागपत ने द क्विंट से बातचीत में आगे बताया कि मैंने मजदूरों के सामानों को वापस करने की बात ईंट भट्ठा मालिक से की. लेकिन, वह नहीं मानें. इसके बाद मैं खुद मौके पर गई, तो उनके साथ एक आदमी ने बदतमीजी से बात करनी शुरू कर दी और वीडियो बनाने लगा. मैंने उन्हें मना किया तो ईंट भट्ठा मालिक भी हमसे बदतमीजी करने लगा. इस संबंध में हमने कोतवाली में एक मुकदामा दर्ज कराया है.
सहायक श्रम आयुक्त ने आगे कहा कि मुकदमे पर दबाव बनाने के लिए रिश्वत मांगने के झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं, उन्होंने ऐसी किसी भी प्रकार की मांग नहीं की है. उन्होंने कहा कि अगर मुझे उनसे रिश्वत लेना होता तो उनके ऊपर हम FIR क्यों कराते?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)