Home News India महाराष्ट्र की राजनीति नए मोड़ पर, जानें बाल ठाकरे से जुड़ी बातें
महाराष्ट्र की राजनीति नए मोड़ पर, जानें बाल ठाकरे से जुड़ी बातें
बाल ठाकरे को 6 साल के लिए निर्वाचन आयोग ने किया था बैन
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बाल ठाकरे के व्यक्तित्व जैसी भूमिका अमिताभ फिल्म सरकार में निभा चुके हैं
(फोटो: PTI)
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महाराष्ट्र की राजनीति में बाल ठाकरे ने जो मुकाम हासिल किया था, वो अब एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ चला है. बाल ठाकरे परिवार का कोई शख्स पहली बार महाराष्ट्र का सीएम बनने जा रहा है.
हालांकि उद्धव ठाकरे के लिए सीएम की कुर्सी की राह इतनी आसन नहीं थी, लेकिन सियासत की पल-पल बदलती सूरत के बीच आखिरकार उन्हें कामयाबी मिल गई. उद्धव की कामयाबी के बीच आज उनके पिता बाल ठाकरे याद किए जा रहे हैं.
बालासाहेब के नाम से मशहूर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का जन्म 23 जनवरी, 1926 को हुआ था. बाल ठाकरे ने अपनी पहचान एक प्रखर हिंदू राष्ट्रवादी नेता के तौर पर बनाई थी. पेशे से कॉर्टूनिस्ट बाल ठाकरे ने महाराष्ट्र की राजनीति में शुरुआत से ही अपना दबदबा बनाए रखा. राजनीति के फलक पर अपनी अमिट छाप छोड़ने के बाद उन्होंने 17 नवंबर, 2012 को अंतिम सांस ली.
जानते हैं उनसे जुड़ी 10 बड़ी बातें:
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कार्टूनिस्ट बाल ठाकरे मराठी में अपने संगठन का मुखपत्र 'सामना' निकाला करते थे, जो आज भी प्रकाशित हो रहा है. बाल ठाकरे और मशहूर कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण ने एक साथ काम किया है. साल 1947 में फ्री प्रेस जर्नल में दोनों एक साथ काम किया करते थे. राजनीति में आने के बाद भी दोनों मिलते रहे.
बाल ठाकरे का फिल्म जगत से बेहद करीबी का रिश्ता रहा है. अभिनेता संजय दत्त जब टाडा कानून के तहत मुश्किल में घिरे थे, उस समय में उन्हें बाल ठाकरे से हर संभव मदद मिली थी. प्रसिद्ध अभिनेता दिलीप कुमार यानी यूसुफ खान और बाल ठाकरे के बीच एक वक्त गहरी दोस्ती थी. ठाकरे ने एक इन्टरव्यू में कहा था- "दिलीप साहब मेरे साथ शाम की बैठकी लगाया करते थे, लेकिन बाद में पता नहीं क्या हुआ कि वो मुझसे दूर होते चले गए."
साल 1996 में जब पॉप स्टार माइकल जैक्सन भारत आए, तो कई जगह उनका भारी विरोध हुआ. उस दौरान कलाप्रेमी बाल ठाकरे खुलकर माइकल जैक्सन के समर्थन में आए.
28 जुलाई, 1999 को निर्वाचन आयोग ने बाल ठाकरे के वोटिंग पर बैन लगाया था और 11 दिसंबर, 2005 के आदेश में उन्हें 6 साल तक किसी भी चुनाव में शामिल होने से मना किया था, क्योंकि उन्हें धर्म के नाम पर वोट मांगते पाया गया था. बैन खत्म होने के बाद उन्होंने पहली बार बीएमसी चुनाव में मतदान किया था.
बाल ठाकरे की निजी जिंदगी की बात करें तो उनका जन्म पुणे शहर में 23 जनवरी, 1926 को हुआ था. उनके पिता थे केशव सीताराम ठाकरे और माता रमाबाई केशव ठाकरे थीं. 9 भाई-बहनों में बाल ठाकरे सबसे बड़े थे
बाल ठाकरे के पिता केशव ठाकरे सामाजिक कार्यकर्ता थे. उन्होंने सन् 1950 में संयुक्त महाराष्ट्र अभियान चलाया था और बंबई (मुंबई) को भारत की राजधानी बनाने का प्रयास करते रहे. मुंबई देश की राजधानी भले ही न बन सकी, लेकिन आर्थिक राजधानी जरूर बन गई.
बाला साहेब ठाकरे ने मीना ठाकरे से विवाह किया था. उनके तीन बेटे हुए- बिंदुमाधव ठाकरे, जयदेव ठाकरे और उद्धव ठाकरे. फिलहाल उद्धव ठाकरे शिवसेना के अध्यक्ष हैं.
महाराष्ट्र के स्थानीय लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने का दावा करते हुए 19 जून 1966 को शिवसेना की स्थापना हुई. बाल ठाकरे ने दावा किया था कि शिवसेना मुंबई में रहने वाले हर मराठी माणूस की मदद करेगी. जिस समय महाराष्ट्र में बेरोजगारी चरम पर थी, बाला साहेब ने महाराष्ट्र का विकास करने की ठानी और वहां के लोगों को कई तरह से रोजगार उपलब्ध करवाए
17 नवंबर, 2012 को अचानक बाला साहेब ठाकरे का निधन हो गया.18 अक्टूबर, 2012 को उनकी अंत्येष्टि शिवाजी पार्क में की गई. महाराष्ट्र में लोग बाला साहेब को 'टाइगर ऑफ मराठा' के नाम से जानते थे.
वो पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिनके निधन पर लोगों ने बिना किसी नोटिस के अपनी मर्जी से पूरे मुंबई को बंद रखा था.