advertisement
"मैं यहां लंच करने आया था. लगभग 1 बजे के आसपास मैंने तेज धमाका सुना... अंदर करीब 35-40 लोग थे."
यह कहना है बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में लंच करने पहुंचे एडिसन था. व्हाइटफील्ड इलाके में मौजूद इस कैफे में शुक्रवार, 1 मार्च को विस्फोट (Bengaluru Rameshwaram Cafe Blast) हुआ. कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि CCTV फुटेज एक आदमी को कैफे में बैग रखते हुए देखा गया है. इस ब्लास्ट में कम से कम 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इसके बाद सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
शहर के पुलिस आयुक्त कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि विस्फोट में 10 लोग घायल हो गए.
बम दोपहर 12.50 से 1 बजे के बीच फटा और इस धमाके में होटल स्टाफ और कस्टमर्स समेत कुल 10 लोग घायल हो गए.
इस संबंध में एचएएल पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 यानी UAPA और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
घटनास्थल का दौरा करने वाले डिप्टी सीएम, डीके शिवकुमार के अनुसार, केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) की लगभग सात टीमें विस्फोट की जांच कर रही हैं.
पूर्वी बेंगलुरु में स्थित इस कैफे में हमेशा हलचल रहती है. यह विस्फोट, दोपहर के लगभग 1:30 बजे हुआ, जब आम तौर पर आस-पास के ऑफिस से भीड़ यहां लंच के लिए पहुंचती है. कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया है.
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि एक आदमी कैफे में बैग रखते हुए दिख रहा है. घटनास्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "यह कोई उच्च तीव्रता वाला विस्फोट नहीं है, लेकिन यह इम्प्रोवाइज्ड विस्फोट है. होटल स्टाफ समेत घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है."
पीटीआई से बात करते हुए एक स्थानीय निवासी, सबरीश कुंडली ने कहा कि “दोपहर करीब 1 बजे, हमने एक बड़े विस्फोट की आवाज सुनी. हम मौके पर पहुंचे और हमने इलाके के चारों ओर काला धुआं देखा. हमने 5-6 लोगों को घायल देखा. हम स्थानीय निवासी सभी को नजदीकी अस्पताल ले गए."
रामेश्वरम कैफे में लंच करने आए एडिसन ने बताया, “दोपहर करीब 1 बजे, हमने तेज विस्फोट की आवाज सुनी. मैंने लोगों को यह कहते हुए सुना कि सिलेंडर विस्फोट हुआ है. अंदर करीब 35-40 लोग थे. घायलों में करीब 4 कर्मचारी शामिल हैं. फिर अचानक एम्बुलेंस आई और घायलों को पास के अस्पताल ले गई.''
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एक बिजनेसमैन ने बताया, “हमने दोपहर करीब 1:05 बजे एक विस्फोट सुना और मैं बाहर निकला तो देखा कि कैफे धुएं से घिरा हुआ था. कुछ इलाकों के लोग और मैं लगभग 5-6 जले हुए पीड़ितों की मदद करने में कामयाब रहे और उन्हें पास के अस्पताल में भेजा. 30 मिनट बाद ही दमकल की गाड़ी आई. वहां कोई आग नहीं थी, केवल धुआं था."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)