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क्या ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर भय्यूजी ने किया था सुसाइड?

पुलिस ने नए सिरे से शुरू की भय्यू महाराज डेथ केस की जांच

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भारत
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भय्यू जी महाराज सुसाइटड केस की जांच नए सिरे से शुरू 
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भय्यू जी महाराज सुसाइटड केस की जांच नए सिरे से शुरू 
(फोटोः Bhayyu Maharaj)

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भय्यू महाराज डेथ मिस्ट्री एक बार फिर सुर्खियों में है. पुलिस के हाथ कुछ ऐसे राज लगे हैं, जिससे भय्यू महाराज सुसाइड केस की जांच नए सिरे से शुरू हो गई है. इंदौर पुलिस ने भय्यू महाराज से जुड़े रहे एक वकील निवेश बड़जात्या से पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगने के आरोप में भय्यू के ही ड्राइवर कैलाश पाटिल को गिरफ्तार किया है.

कैलाश पाटिल ने ही पुलिस की पूछताछ में भय्यू महाराज सुसाइड केस से जुड़े कई राजों का पर्दाफाश किया है. इन्हीं कड़ियों के सहारे मध्य प्रदेश पुलिस इस केस की नए सिरे से जांच करने में जुट गई है.

पुलिस से पूछताछ में भय्यू के ड्राइवर कैलाश पाटिल ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. पाटिल की मानें तो भय्यू को उनके अपनों ने ही तनाव दे रखा था. ड्राइवर ने एक लड़की का भी जिक्र किया है, जिससे महाराज के संपर्क थे. पाटिल के मुताबिक, भय्यू के अपनों ने ही साजिश के तहत इस लड़की की आश्रम में एंट्री कराई थी. आत्महत्या के कुछ समय पहले भय्यू ने इस लड़की से बात भी की थी.

पूछताछ में ड्राइवर ने पुलिस को क्या बताया?

पूछताछ में ड्राइवर कैलाश पाटिल ने पुलिस को बताया कि भय्यू जिस लड़की के संपर्क में थे, वही लड़की उन्हें ब्लैकमेल करती थी और हर महीने ढाई लाख रुपये की मांग करती थी.

ड्राइवर का कहना है कि भय्यू महाराज ब्लैकमेलिंग और पैसे दे-देकर थक चुके थे. इसी वजह से वह तनाव में थे. ड्राइवर ने बताया कि ये लड़की भय्यू महाराज के बेहद करीबी मनमीत अरोरा के घर के सामने रहती थी और मनमीत ने ही इस लड़की को भय्यू महाराज के सेवादार विनायक और शेखर से मिलवाया था. इन्हीं दोनों सेवादारों की मदद से लड़की को आश्रम में एंट्री कराई गई थी. बाद में ये लड़की भैय्यू महाराज के ‘करीब’ आ गई थी.

पाटिल ने पूछताछ में खुलासा किया है कि भय्यूजी इस लड़की को लाखों रुपये दे चुके थे. लेकिन वह ब्लैकमेलिंग कर और पैसों की मांग कर रही थी. पाटिल के मुताबिक, लड़की भय्यूजी से फोन पर बातचीत में दावा करती थी कि उसके पास ऐसा कुछ है, जिससे वह साबित कर देगी कि भय्यूजी ने उसका यौन शोषण किया है.   

ड्राइवर का कहना है कि इस बात की जानकारी सेवादार विनायक और शरद देशमुख को भी थी, क्योंकि उसने विनायक और देशमुख को इस बारे में बात करते सुना था. महाराज के निजी और करीबी लोगों के जो फोन कॉल आते थे, उन्हें शरद देशमुख ही अटेंड करता था.

ड्राइवर ने दावा किया कि भय्यूजी ने जिन लोगों पर विश्वास किया वही महाराज को नुकसान पहुंचाने में लगे थे. उसने बताया कि जिस लड़की से भय्यूजी परेशान थे, उसकी जानकारी उनकी पत्नी आयुषी, मनमीत अरोर और वकील निवेश बड़जात्या को भी थी. इनमें से ही कुछ लोग भय्यूजी को लड़की के साथ मिलकर ब्लैकमेल कर रहे थे.

ड्राइवर के बयान पर पुलिस ने कुछ लोगों को संदेह में ले लिया है और उस युवती की भी पुलिस तलाश कर रही है जो महाराज को ब्लैकमेल करती थी.

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भय्यूजी के करीबी अरोरा ने ड्राइवर की बातों को ठहराया झूठ

भय्यू महाराज की आत्महत्या के मामले में खजराना पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए उनके करीबी रहे मनमीत अरोरा के बयान भी दर्ज किए. करीब पांच घंटे तक चली पूछताछ में अरोरा से ड्राइवर कैलाश पाटिल के बयानों के संबंध में विस्तार से पड़ताल की गई. हालांकि, अरोरा ने ड्राइवर के दावों को झुठलाया है.

नए सिरे से जांच में जुटी मध्य प्रदेश पुलिस

भय्यूजी महाराज (50) ने बीते 12 जून को इंदौर स्थित अपने घर में लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. भय्यूजी की आत्महत्या ने देशभर में उनके समर्थकों को काफी चौंकाया था.

घटना के वक्त कमरा भीतर से बंद था, लिहाजा हत्या या किसी तरह की साजिश की संभावनाएं पुलिस को नजर नहीं आई थीं. छह महीनों की जांच-पड़ताल के बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची थी कि मामला आत्महत्या का ही है. पुलिस जांच की फाइल बंद करने की तैयारी में थी. इसी बीच फिरौती मामले में पकड़े गए भय्यूजी के पुराने ड्राइवर कैलाश पाटिल ने पुलिस को बताया है कि महाराज के ही आश्रम से जुड़ी मुंबई की एक लड़की उन्हें लंबे समय से ब्लैकमेल कर रही थी.

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