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चंद्रशेखर रावण ने बीजेपी पर बोला हमला, मायावती को किया सलाम

समय से पहले चंद्रशेखर और उसके सहयोगियों की हुई रिहाई

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भारत
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जेल से रिहा हुए रावण
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जेल से रिहा हुए रावण
(फोटोः ANI)

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भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण को गुरुवार देर रात रिहा कर दिया गया. रावण की सजा 1 नवंबर को पूरी होने वाली थी. लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने समय से पहले रावण को रिहा करने का फैसला किया. रिहाई के तुरंत बाद रावण ने बीजेपी और यूपी सरकार पर हमला बोला. चंद्रशेखर ने कहा कि बीजेपी जैसी पार्टी को वोट देने का मतलब है कि आने वाली पीढ़ियों के गले पर चाकू रखना.

चंद्रशेखर ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा-

मैं लोगों से अपील करूंगा सांप्रदायिक पार्टियों को कभी वोट ना करें, मुझे एक बार और जेल हो जाए, मुझे फांसी हो जाए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता अब मैं पीछे नहीं हटूंगा. मैं सांप्रदायिक पार्टियों को दोबारा सत्ता में नहीं आने दूंगा.

जेल से रिहाई पर चंद्रशेखर ने कहा सरकार ने रासुका लगाई और उन्होंने रिहा कर दिया उनकी मर्जी है तानाशाही है, यहां आम आदमी का कुछ नहीं है. मुझे सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद थी, सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की फटकार से डरकर ही मुझे रिहा कर दिया है.

वहीं मायावती पर पूछे सवाल पर चंद्रशेखर ने कहा-

मैं बुआ जी के बारे में कुछ नहीं कहूंगा, उन्होंने देश के लिए बहुत काम किया है, मैं सलाम करता हूं. मेरा किसी राजनीतिक पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. भीम आर्मी एक अलग संगठन है, हम उस पार्टी को वोट देंगे जो बीजेपी को हराए.  
फोटो- (PTI)

यूपी के सहारनपुर में 5 मई 2017 को हुई हिंसा के बाद चंद्रशेखर रावण को नेशनल सिक्‍योरिटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था. 5 मई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में था. वजह थी ठाकुरों और दलित बिरादरी के बीच हुई हिंसा. इस जातीय हिंसा के बाद दलितों ने सहारनपुर में हिंसक प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन के केंद्र में थे भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण.

इस हिंसा के बाद उनके ऊपर मुकदमे कायम हुए और पुलिस उनके पीछे लग गई. करीब एक महीने फरार रहने के बाद उन्हें आखिरकार 9 जून 2017 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

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Published: 13 Sep 2018,09:57 PM IST

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