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केंद्र सरकार की योजना पर बीजेपी (BJP) अपनी 'पैकेजिंग' कर रही है. बीजेपी पर ये आरोप बिहार की विपक्षी पार्टियां लगा रही हैं. दरअसल, कोरोना महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएम-जीकेएवाई) के लाभार्थियों को राशन देने का ऐलान किया था. अब विपक्ष का आरोप है कि केंद्र के स्कीम का इस्तेमाल बीजेपी अपना नाम चमकाने के लिए कर रही है.
बता दें कि पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना (PM-GKAY) के तहत, प्रत्येक राशन कार्ड धारक को कोविड -19 संकट के कारण नवंबर तक प्रति माह 5 किलो चावल/गेहूं मुफ्त दिया जाएगा. हालांकि जिस थैले में लाभुकों को फ्री अनाज दिया जा रहा है उसपर पीएम मोदी की तस्वीर के साथ-साथ BJP के सिंबल कमल भी बना हुआ है.
सोशल मीडिया पर राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत बीजेपी के कई नेताओं ने हाल ही में राशन की बोरियां बांटते अपनी तस्वीर शेयर की थी.
बीजेपी नेताओं के इस 'प्रचार' पर बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी को आपत्ती है. क्विंट से बात करते हुए आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बीजेपी नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये सरकार की योजना है और सरकार की योजना में किसी पार्टी का चिन्ह नहीं होना चाहिए. मृत्युंजय तिवारी ने कहा,
वहीं बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने आरजेडी के आरोपों पर क्विंट से कहा कि हमारे कार्यकर्ता कोविड से लेकर बाढ़ के हालात में समाज सेवा करते रहे हैं. निखिल ने कहा,
जब क्विंट ने निखिल आनंद से पूछा कि आपकी पार्टी के नेता जो थैला बांट रहे हैं उसपर बीजेपी का निशान क्यों लगा है, जबकि वो केंद्र सरकार की योजना है तो उन्होंने कहा, "थैला बांटना केंद्र सरकार की योजना नहीं है, मुफ्त अनाज देना केंद्र की योजना है. हम आम गरीब जनता को थैला दे रहे हैं, कोई भी ये थैला बनवा सकता है. सरकार की स्कीम का कोई भी प्रचार प्रसार कर सकता है. हमने सिर्फ लोगों को केंद्र सरकार की योजना से जोड़ने की एक संगठन कै तौर पर मुहीम चलाई है. ताकि लोगों को लाभ मिल सके."
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