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बिहार (Bihar) में पुलिस अधिकारियों के बीच विवाद के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ताजा मामला, आईपीएस शोभा ओहटकर और आईपीएस वैभव आनंद से जुड़ा है. होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवा विभाग में आईजी के पद तैनात विकास वैभव ने अपने ही विभाग की डीजी शोभा ओहटकर पर अभद्र भाषा प्रयोग करने का आरोप लगाया है. समझते हैं कि पूरा मामला क्या है?
IPS अधिकारी ने 9 फरवरी को ट्वीट कर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा, 'मुझे IG होमगर्ड और फायर सर्विसेज का दायित्व 18 नवंबर, 2022 को दिया गया था, तब से ही सभी दायित्वों के निर्वहन के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हूं. प्रतिदिन तब से बिना वजह ही डीजी मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं, पर मन आज वास्तव में द्रवित है.' ट्वीट में उन्होंने गाली देने की फोन रिकॉर्डिंग का भी जिक्र किया है. हालांकि, कुछ घंटे बाद उन्होंने ट्वीट को डिलीट कर दिया.
इसके कुछ घंटे बाद होमगार्ड एवं अग्रिशमन विभाग की डीजी शोभा ओहोटकर ने IPS विकास को नोटिस भेज 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है.
इस बीच IPS विकास वैभव के छुट्टी का आवेदन दे दियाहै. इसे डीजी शोभा ओहटकर ने रद्द कर राज्य के गृह विभाग को भेज दिया है. इस तरह अब दोनों के बीच का विवाद सरकार के पास पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि आईपीएस अधिकारी ने शोभा ओहटकर के व्यवहार से परेशान होकर गुरुवार को 2 महीने की छुट्टी का आवेदन दिया था.
अब सवाल है कि आखिर दोनों के बीच का विवाद क्या है? क्या दोनों के बीच लंबे समय से तनातनी चल रही थी या फिर सबकुछ अचानक हो गया?
IPS अधिकारी विकास वैभव 'Lets Inspire Bihar' नाम से कैंपेन चला रहे हैं. इससे अब तक काफी लोग जुड़ चुके हैं. अपने कैंपेन के जरिए विकास वैभव कई सामाजिक करते रहे हैं और इससे उनकी काफी ज्यादा फॉलोइंग बढ़ गई है. सूत्र बताते हैं कि डीजी शोभा ओहटकर ने कई बार विकास वैभव की कैंपेन को लेकर क्लास ली और उन्हें पटना से बाहर नहीं जाने को कहा.
सूत्र बताते हैं कि जिस दिन वैभव ने ट्वीट किया, उसी दिन उद्योग विभाग के एक प्रतिनिधि को किसी मामले में डीजी के साथ मीटिंग करनी थी, जिसमें विकास वैभव भी शामिल हुए, लेकिन प्रतिनिधि नहीं आए तो शोभा ओहटकर ने आईपीएस अधिकारी के साथ कथित रूप से अभद्र व्यवहार किया. उस दौरान विकास वैभव ने डीजी से कहा कि अगर प्रतिनिधि नहीं आए तो आप उनको चिट्ठी भेजकर जवाब मांगिए, पर कहासुनी जारी रही. इसी को लेकर विकास वैभव ने ट्वीट किया.
जानकारी के अनुसार, विकास वैभव ने मुख्य सचिव से उन्हें उनकी वर्तमान पोस्टिंग से हटाने का भी आग्रह किया है. नाम न छापने की शर्त पर विभाग के एक अफसर ने दावा किया कि इससे पहले होमगार्ड एवं अग्निशमन विभाग में डीआईजी के पद पर तैनात बिनोद कुमार के साथ भी दुर्व्यवहार हुआ था. ये घटना 19 जनवरी को हुई थी. जिसमें बिनोद कुमार बेहोश भी हो गए थे.
इस पूरे मामले को लेकर क्विंट हिंदी ने डीजी शोभा ओहटकर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. अब इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी बयान सामने आया है.
शुक्रवार को पूर्णिया पहुंचे नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए आईजी विकास वैभव को गलत करार दिया. उन्होंने ट्वीट करने पर नाराजगी जाहिर की.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अभी हमारे लिए कुछ बोलना उचित नहीं है. हम सबको कह देते हैं कि कोई कुछ बोलता है तो पूरी जांच करा लीजिये. देख लीजिये क्या मामला है? उन्होंने मीडिया से कहा कि एक बात अच्छी तरह आप जान लीजिये. कोई भी नौकरी करता है,ऑफिसर है, उनको ट्वीट करना सही नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि ये सबसे गंदी चीज है. उन्हें अगर कोई समस्या है तो अपने विभाग को या सीनियर्स को आकर बतानी चाहिये. यही नहीं, निजी तौर पर बतानी चाहिये. उनको कोई भी चीज को सार्वजनिक रूप से नहीं घोषित करना चाहिये. ये है कानून. नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले में अधिकारियों को देखने के लिए कहा गया है.
विकास वैभव की पहचान बिहार के तेज तर्रार अधिकारियों में होती है. वह 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. विकास वैभव ने पटना ब्लास्ट मामले की जांच की थी. इसके अलावा उन्होंने बाहुबली अनंत सिंह और कुख्यात वासुदेव यादव को भी गिरफ्तार था. बिहार के बेगूसराय के बीहट निवासी विकास वैभव ने कानपुर IIT से बीटेक किया है. इनकी पत्नी रूपांगी वैभव भी बिहार में आईजी रैंक की अधिकारी हैं और बिहार में विशेष सचिव (गृह) के रूप में तैनात हैं.
1990 बैच की सीनियर अधिकारी शोभा ओहटकर का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था. उनके पिता बलराम ओहटकर हैदराबाद में आबकारी कमिश्नर थे. इस वजह से उनकी पूरी शिक्षा हैदराबाद में हुई. उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी पास किया था. शोभा ओहटकर की पहचान एक सख्त पुलिस अधिकारी के रूप में होती है. वो बिहार की पहली महिला डीजी हैं.
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