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ये तस्वीर किसी वॉटर पार्क की नहीं बल्कि बिहार के अस्पताल की है. बिहार का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल तालाब बना हुआ है. अपनी बदहाली के लिए मशहूर डीएमसीएच इस बार भी बारिश में डूबने से नहीं बच सका. कोरोना को लेकर तमाम तैयारी का दावा करने वाले बिहार में यास तूफान की वजह से लगातार हो रही बारिश ने बदइंजामी की सारी तस्वीर सामने ला दी है.
ओपीडी, मेडिसिन वॉर्ड के अंदर मरीजों के बेड के नीचे पानी भरा हुआ है. मेडिसिन वॉर्ड में करीब दो से तीन फूट पानी है. ग्लव्स, मास्क, निडिल पानी में तैर रहे हैं. मतलब बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट हवा हवाई.
जब क्विंट का कैमरा अस्पताल पहुंचा तो कई जगह अस्पताल के कैंपस में पीपीई किट से लेकर मास्क और ग्लव्स फेंका हुआ पाया.
मेडिसिन वॉर्ड में मौजूद मरीज के अटेंडेंट ने बताया कि पानी भर जाने की वजह से वॉशरूम जाना भी मुश्किल हो गया है, क्योंकि यहां का शौचालय पहले से ही गंदा और बेकार पड़ा है ऐसे में पानी घुस जाने से काफी परेशानी हो रही है.
नाम न छापने की शर्त पर डॉक्टर बताते हैं,
डॉक्टर कहते हैं कि कोरोना से कैसे बचेंगे? क्या हम लोग कोरोना से बच पाएंगे? पानी के साथ हर तरह की गंदगी फैल रही है.
वहीं डीएमसीएच के आईसीयू वार्ड में एडमिट पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने अस्पताल के डूबे रहने पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, " विकास का कमाल, बिहार का तैरता अस्पताल एक दिन की बारिश में डूबा दरभंगा मेडिकल कॉलेज. चुल्लू भर नहीं, अब इतना पानी है कि बेशर्म पूरा स्वास्थ्य महकमा डूब मर सकता है! ठीक कहा न मंगल पांडेय जी?"
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