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चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' (Cyclone Biparjoy) तेजी से गुजरात की ओर बढ़ रहा है. इसके 15 जून को पाकिस्तान और गुजरात के तटों से टकराने की संभावना है. 'बिपरजॉय' को लेकर मौसम विभाग ने सौराष्ट्र और कच्छ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं मछुआरों को भी समुंद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है. सोमवार, 12 जून को पीएम मोदी तैयारियों की समीक्षा करेंगे. वहीं इससे पहले मोरबी में एक इमरजेंसी मीटिंग हुई.
मौसम विभाग के मुताबिक, 'अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान' (ESCS) 'बिपरजॉय' आज सुबह साढ़े 8 बजे पोरबंदर से 320 किमी दक्षिण पश्चिम, देवभूमि द्वारका से 360 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, जखाऊ से 440 किमी दक्षिण और नालिया से 440 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में बना हुआ है. इसके 'बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान' (VSCS) के रूप में 15 जून की दोपहर तक जखाऊ पोर्ट (गुजरात) के पास गुजरने की संभावना है.
तूफान की स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने सोमवार, 12 जून को एक बजे बैठक बुलाई है, जिसमें वे तैयारियों की समीक्षा करेंगे. समाचार एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है.
इससे पहले गुजरात के मोरबी सेवा सदन में चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर वित्त मंत्री कनु देसाई की अध्यक्षता में एक इमरजेंसी मीटिंग हुई.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि गुजरात के दक्षिण और उत्तरी तटों पर मछली पकड़ने की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. वहीं तटीय इलाकों से लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया गया है. तटीय देवभूमि द्वारका के अधिकारियों ने कहा कि अब तक करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
वहीं एहतियातन तटीय इलाकों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. इन स्कूलों को अस्थायी कैंप के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कच्छ के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) संजय परमार ने कहा, "तूफानी हवाएं और भारी बारिश की भी भविष्यवाणी की गई है. इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने 12 जून से 15 जून तक स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है. 71 स्कूल भवनों को अस्थायी आश्रयों में परिवर्तित किया गया है और इसके लिए 300 और भवन उपलब्ध कराए गए हैं."
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर केरल और मुंबई में भी देखने को मिल रहा है. हाई टाइड के बीच समंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं. चक्रवाती तूफान के कारण तेज हवाएं चलने के साथ ही बारिश भी हो रही है. IMD के मुताबिक, मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे, पालघर समेत महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बारिश हुई है. तूफान की बढ़ती हलचल को देखते हुए कांडला पोर्ट पूरी तरह से खाली कराया गया है.
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