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मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार(15 जून) शाम को कहा कि अरब सागर में 10 दिनों से अधिक समय तक चलने के बाद चक्रवात 'बिपरजॉय' (Biparjoy) ने गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास दस्तक देना शुरू कर दिया है. लैंडफॉल की प्रक्रिया आधी रात तक जारी रहेगी.
बिपरजॉय के कारण 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली और कच्छ और सौराष्ट्र के तटों पर भारी बारिश हुई. मौसम विभाग ने पहले ही बिपरजॉय को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था. चक्रवात गुरुवार रात तक जखाऊ बंदरगाह के निकट मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के निकटवर्ती तटों को पार करेगा.
आइये आपको चक्रवात' बिपरजॉय' को लेकर दस बड़े अपडेट्स बताते हैं
इंडियन एक्सप्रेस ने अधिकारियों के हवाले से कहा कि चक्रवात के मद्देनजर गुजरात में लगभग 1 लाख लोगों को निकाला है. मछली पकड़ने वाली नौकाओं को खड़ा कर दिया गया है, बड़े जहाजों को गहरे समुद्र में भेजा गया है, 4,000 से अधिक होर्डिंग्स को हटा दिया गया है और नमक के कामगारों और गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
राज्य सरकार ने तटीय इलाकों में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, सार्वजनिक परिवहन को बंद कर दिया है और लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी है.
PTI के अनुसार, गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में पेड़ गिरने के कारण तीन लोग घायल हो गए. क्योंकि बिपरजॉय के कारण तेज हवाएं चल रही हैं और कच्छ तट पर लगातार बारिश के साथ भूस्खलन हो रहा है.
पश्चिम रेलवे के CPRO ने कहा कि चक्रवात के मद्देनजर 69 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, 33 ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है, जबकि 27 ट्रेनों को एहतियात के तौर पर शॉर्ट-ऑरजिनेट किया गया है.
जामनगर हवाईअड्डे के निदेशक के मुताबिक, हवाईअड्डे ने तीन दिन बुधवार-शुक्रवार के लिए नोटम जारी किया है. आपात स्थिति में हवाईअड्डे को संचालित करने के लिए आवश्यक डीजल और पेट्रोल का भी भंडारण कर लिया गया है.
पाकिस्तान के तटीय क्षेत्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और 67,000 से अधिक लोगों को दक्षिणी सिंध प्रांत में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. बिपरजॉय के गुरुवार रात तक आने की संभावना है, इससे भारी बारिश होने और कई शहरों में बाढ़ आने की अनुमान है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) चक्रवात के सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रभाव की तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए पाकिस्तान सरकार के प्रयासों का समर्थन किया है.
अधिकारियों ने कहा कि एनडीआरएफ की 15 टीमें, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की 12 टीमें और भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना, भारतीय तटरक्षक बल और सीमा सुरक्षा बल के कर्मियों को राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया है.
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने टेलीविजन चैनलों सहित मीडिया हाउस से कहा कि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बिपरजॉय को कवर करने के लिए पत्रकारों को तैनात करते समय "पूरी सावधानी" बरतें.
भारतीय तट रक्षक, क्षेत्र (उत्तर पश्चिम) के कमांडर, महानिरीक्षक एके हरबोला ने कहा, "स्थिति का अनुमान लगाते हुए, हमने लगभग 15 जहाजों और 7 विमानों को स्टैंडबाय पर रखा है. हमने दमन में तटरक्षक स्टेशन पर 4 विशेष डोर्नियर और 3 हेलीकॉप्टर भी रखे हैं."
इस बीच, पश्चिमी नौसेना कमान के ओपीएस के चीफ स्टाफ ऑफिसर, रियर एडमिरल कुणाल राजकुमार ने कहा कि गुजरात क्षेत्र में नौसेना स्टेशन 25 से अधिक विशेषज्ञ टीमों के साथ तैयार हैं.
कुणाल राजकुमार ने कहा, "इन टीमों में विविध चिकित्सा विशेषज्ञ, अच्छे तैराक के साथ-साथ पोर्टेबल चेन सेट, काटने के उपकरण जैसे उपकरण शामिल हैं जो मलबे और गिरे हुए पेड़ों को हटाने में बहुत उपयोगी हैं."
मौसम विभाग के अनुसार, कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होगी, गुजरात के पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ जिलों में बहुत भारी बारिश की उम्मीद है.
गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने संचार के लिए छह एचएएम रेडियो यूनिट आवंटित कीं, उनमें से दो कच्छ में हैं, चक्रवात के प्रभाव के कारण मोबाइल फोन, इंटरनेट, टेलीफोन आदि जैसे पारंपरिक संचार लाइनें विफल हो जाती हैं.
चक्रवात के कच्छ में दस्तक देने के एक दिन बाद, उत्तरी गुजरात के बनासकांठा और पाटन जैसे नजदीकी जिलों में भी भारी बारिश होने की संभावना है. नतीजतन, इन जिलों के अधिकारियों को भी सभी एहतियाती कदम उठाने का आदेश दिया गया है.
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