advertisement
2001 में बीजेपी जिला अध्यक्ष संतोष शुक्ला की हत्या आरोप, कुल 62 मामले दर्ज फिर भी कैसे बचता रहा विकास दुबे? शक है कि उसे सियासी सरंक्षण मिलता रहा. और अब उसपर यूपी पुलिस के 8 लोगों की हत्या का आरोप लगा है. अब 2017 का वीडियो सामने आया है जिसमें विकास खुद कह रहा है कि उसके लिए बीजेपी के दो विधायकों ने पैरवी की. हालांकि इन नेताओं ने कहा है कि उन्होंने कभी भी विकास की मदद नहीं की.
इस वीडियो में दुबे से एक हत्या के मामले को लेकर पूछताछ हो रही है, जिसमें दुबे कह रहा है कि उसे इस केस में फंसाया जा रहा है. साथ ही वो कह रहा है कि बीजेपी के दो विधायक और अन्य ने उसके लिए पैरवी की है.
इस वीडियो में दुबे सीधा-सीधा बीजेपी विधायकों का नाम लेता देखा जा सकता है. दुबे वीडियो में स्वीकार करता है कि इन नेताओं से उसकी फोन पर भी बात होती है और आना-जाना भी होता है.
बीजेपी विधायक भगवती सागर ने विकास दुबे को संरक्षण देने के आरोपों से इनकार किया है. बिल्हौर से बीजेपी विधायक भगवती सागर ने कहा कि दुबे एक बड़ा अपराधी है और वो किसी का भी नाम ले सकता है.
वहीं, बिठूर से बीजेपी विधायक अभिजीत सांगा ने भी विकास दुबे के इस वीडियो से किनारा कर लिया है. सांगा का कहना है कि विकास दुबे शातिर अपराधी है और इसके द्वारा कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया है.
फरार अपराधी विकास दुबे पर पुलिस ने इनामी राशि को बढ़ाकर 2.5 लाख कर दिया है. रविवार को इसे 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख किया गया था, जिसे अब 2.5 लाख कर दिया गया है. 3 जुलाई को यूपी पुलिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए गई थी, लेकिन जैसे ही पुलिस फोर्स गांव के पास पहुंची विकास के साथियों ने पुलिस की टीम को घेरकर फायरिंग शुरू कर दी. इस एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए.
कानपुर मुठभेड़ में शहीद हुए डीएसपी देवेंद्र मिश्रा की एक चिट्ठी सामने आई है, जिसमें उन्होंने सस्पेंड एसएचओ विनय तिवारी के खिलाफ शिकायत की थी. इस लेटर में 14 मार्च की तारीख दर्ज है.
इस लेटर में विनय तिवारी के विकास दुबे के साथ करीबी रिश्ते होने की बात कही गई है. इसमें ये भी लिखा है कि अगर विनय तिवारी के खिलाफ एक्शन नहीं लिया गया तो भविष्ट में गंभीर घटना हो सकती है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)