जम्मू-कश्मीर की गठबंधन सरकार से बीजेपी के समर्थन वापस लिए जाने के बाद सीएम महबूबा मुफ्ती ने इस्तीफा दे दिया है. पीडीपी की आपात बैठक के बाद महबूबा मुफ्ती ने कहा कि राज्य में लोगों के खातिर ही बीजेपी के साथ सरकार बनाई गई थी. तालमेल बैठाने में कई महीने लग गए, मकसद था कि जम्मू कश्मीर में शांति लौटे, बड़ा विजन था. लेकिन बीजेपी के आने से मुस्लिमों में डर पैदा हो गया, राज्य के लोगों में आर्टिकल 370 को लेकर भी डर था. मुफ्ती ने कहा, हमने आर्टिकल 370 को बचाए रखा. महबूबा मुफ्ती ने साफ कहा कि गठबंधन को तोड़ने का फैसला बीजेपी ने किया है, पीडीपी ने नहीं और बीजेपी के इस कदम से उन्हें कोई हैरानी नहीं है.
महबूबा मुफ्ती की प्रेस कॉन्फ्रेंस की खास बातें
बीजेपी ने समर्थन वापस लिया इसलिए इस्तीफा देना पड़ा
जम्मू कश्मीर के लोगों की खातिर बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी
तालमेल बनाने में कई महीने लगे, मकसद था कि जम्मू कश्मीर में शांति लौटे
पाकिस्तान से अच्छा रिश्ता, जम्मू कश्मीर में मेल मिलाप की कोशिश मुख्य एजेंडा था
जम्मू कश्मीर के लोगों को सबसे ज्यादा डर, आर्टिकल 370 को लेकर था
हमने राज्य में युद्धविराम कराया, बातचीत के लिए माहौल तैयार किया
जम्मू कश्मीर में ताकत के बल पर सरकार चलाने की नीति कामयाब नहीं हो सकती
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बीजेपी की तरफ से मदद नहीं मिली: मुफ्ती
लोगों में कई सालों बाद उम्मीद बंधी थी, दूसरे पक्ष की तरफ से मदद नहीं मिली
पीडीपी का एजेंडा मरहम लगाने का है. इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है
जम्मू और कश्मीर दोनों के साथ भेदभाव ना हो इसकी पूरी कोशिश की
मुफ्ती मोहम्मद सईद ने जिस मकसद से बीजेपी के साथ गठजोड़ किया था उसे निभाया
आगे भी हम कश्मीर में शांति के लिए काम करते रहेंगे
बीजेपी के समर्थन वापस लेने से मुझे कोई हैरानी नहीं हुई
हमने बड़े मकसदों के लिए सरकार बनाई थी, उसमें से कई चीजें हासिल हुईं
गठबंधन बीजेपी ने तोड़ा है, पीडीपी ने नहीं: मुफ्ती
हमने अपनी ज्यादातर बातों पर अमल किया
गठबंधन बीजेपी ने तोड़ा है, पीडीपी ने नहीं
मैंने राज्यपाल से मिलकर बता दिया है कि किसी और के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाएंगे