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महाराष्ट्र (Maharashtra) में सत्तारूढ़ शिवसेना और बीजेपी ने भविष्य में राज्य में होने वाले सभी चुनाव साथ लड़ने के लिए एक पैकेज डील पर हस्ताक्षर किए हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को यहां बताया कि इसमें स्थानीय निकायों से लेकर विधानसभा और लोकसभा चुनाव तक शामिल होंगे.
शिवसेना अध्यक्ष शिंदे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ रविवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ देर रात तक चली बैठक के बाद सोमवार (5 जून) को यह घोषणा की.
उन्होंने ट्वीट किया, बैठक में यह भी फैसला किया गया कि शिवसेना-बीजेपी राज्य में आगामी सभी चुनाव (लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकायों के चुनाव सहित) संयुक्त रूप से लड़ेंगी.
शिंदे ने कहा कि राज्य के विकास के लिए गठबंधन पिछले 11 महीनों से मजबूत हो रहा है और महाराष्ट्र को सभी क्षेत्रों में देश में नंबर एक राज्य बनाने के लिए बहुमत से जीतेगा और विकास की दौड़ जारी रखेगा.
दोनों ने शाह के साथ अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की, जिसमें कृषि, कोऑपरेशन, महिला सशक्तिकरण और किसानों के लिए चल रहे काम शामिल हैं. उन्होंने यहां विभिन्न रुकी हुई विकास परियोजनाओं को कैसे मंजूरी दी इसके बारे में भी शाह को बताया.
शिंदे ने फडणवीस के साथ अपनी नई दिल्ली यात्रा के बारे में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा राज्य में विभिन्न परियोजनाओं के लिए हमारा मार्गदर्शन किया है. सहकारिता क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर मार्गदर्शन के लिए हमने शाह के साथ यह बैठक की."
दोनों की यात्रा शिवसेना-बीजेपी गठबंधन की पहली वर्षगांठ से बमुश्किल तीन सप्ताह पहले हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महा विकास अघाड़ी सरकार को गिराने के बाद 30 जून 2022 को मौजूदा सरकार सत्ता में आई थी.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए उनकी दिल्ली यात्रा पर विपक्ष की आलोचना पर टिप्पणी करते हुए, फडणवीस ने कहा, "जो हमसे हमारी दिल्ली यात्रा के बारे में सवाल कर रहे हैं, उन्हें प्रतिदिन सुबह की दिनचर्या सहित हर चीज के लिए अनुमति लेनी होगी."
कैबिनेट पर एक सवाल के जवाब में बीजेपी नेता ने कहा, 'कैबिनेट विस्तार कब करना है, ये सीएम एकनाथ शिंदे तय करेंगे. हमने जिला स्तर पर अपनी दोनों पार्टियों-भाजपा और शिवसेना, के बीच समन्वय सुनिश्चित करने की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की.
जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र में कुल 43 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. लेकिन वर्तमान में सीएम और डिप्टी सीएम को लेकर 20 मंत्री हैं, जिसमें से बीजेपी-शिवसेना कोटे से 9-9 विधायक मंत्री बनाये गये हैं. यानी अभी भी 23 मंत्री पद रिक्त हैं.
सूत्रों की अनुसार, महाराष्ट्र में शिवसेना गुट के नेताओं की महत्वाकांक्षा के चलते कैबिनेट विस्तार टलता जा रहा है. माना जा रहा है कि शिवसेना गुट के अधिक नेता कैबिनेट में जगह चाहते हैं. वो अपनी वफादारी का हवाला देकर मंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं. ऐसे में सीएम शिंदे के लिए कैबिनेट विस्तार करने में दिक्कत आ रही है.
हालांकि, जानकारों की मानें तो, अब सहमति बन गयी है. दिल्ली दौरे पर भी इसको लेकर चर्चा हुई है और जल्द ही कैबिनेट विस्तार महाराष्ट्र में होगा.
(इनपुट-आईएएनएस के साथ)
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