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ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit) में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दौरे के पहले दिन ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स डायलॉग को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर दोहराया कि भारत जल्द ही 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है. जल्द ही भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है; 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं.
2009 में जब पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन हुआ तो दुनिया एक बड़े आर्थिक संकट से बाहर आ रही थी. उस समय ब्रिक्स विश्व अर्थव्यवस्था के लिए आशा की किरण बनकर उभरा था.
भारत में जीएसटी और इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड लागू होने के बाद निवेशकों का विश्वास बढ़ा है. रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र निजी क्षेत्र के लिए खोले गए हैं. प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ, हमने वित्तीय समावेशन में एक छलांग.आज, सड़क विक्रेताओं से लेकर शॉपिंग मॉल तक यूपीआई का उपयोग किया जा रहा है. हम भारत को सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन और हरित हाइड्रोजन के क्षेत्र में विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठा रहे हैं.
भारत दुनिया का ग्रोथ इंजन बनेगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत ने आपदा और कठिन समय को आर्थिक सुधारों में बदल दिया. पिछले कुछ वर्षों में, मिशन मोड में किए गए कार्यों के कारण भारत में व्यापार करने में आसानी में सुधार हुआ है. हमने सार्वजनिक सेवा वितरण और सुशासन पर ध्यान केंद्रित किया है. आज भारत में UPI का उपयोग सभी स्तरों पर किया जाता है. आज दुनिया के सभी देशों में भारत सबसे ज्यादा डिजिटल लेनदेन वाला देश है.
भारत के आर्थिक विकास में महिलाओं की सशक्त भागीदारी रही है. आईटी से लेकर स्पेस तक, बैंकिंग से लेकर हेल्थकेयर तक, महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश की प्रगति में योगदान दे रही हैं.
इससे पहले पीएम मोदी 22 से 24 अगस्त तक 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग पहुंचे. यहा पीएम मोदी ने कहा कि वह "जोहान्सबर्ग में मौजूद कुछ नेताओं" के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने के लिए उत्सुक हैं.
पीएम मोदी ने एक बयान में कहा, "ब्रिक्स विभिन्न क्षेत्रों में एक ठोस सहयोग एजेंडा अपना रहा है. हम मानते हैं कि ब्रिक्स विकास की अनिवार्यताओं और बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार सहित पूरे वैश्विक दक्षिण के लिए चिंता के मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श करने का एक मंच बन गया है."
वहीं, जोहान्सबर्ग पहुंचने पर भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया. इसको लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ""जोहान्सबर्ग में विशेष स्वागत के लिए दक्षिण अफ्रीका के भारतीय समुदाय का आभार."
ब्रिक्स ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका की विश्व अर्थव्यवस्थाओं का एक ग्रुप है.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-24 अगस्त तक आयोजित किया जा रहा है. यह पीएम मोदी की दक्षिण अफ्रीका की तीसरी यात्रा होगी और यह यात्रा भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ का प्रतीक है.
इस साल का ब्रिक्स दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में है. इस वर्ष के शिखर सम्मेलन का विषय है: "ब्रिक्स और अफ्रीका: पारस्परिक रूप से त्वरित विकास, सतत विकास और समावेशी बहुपक्षवाद के लिए साझेदारी." कोविड-19 महामारी के कारण लगातार तीन वर्षों की आभासी/वर्चुअल बैठकों के बाद यह पहला व्यक्तिगत ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होगा.
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