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जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठियों की मदद के लिए पाकिस्तानी सेना ने अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की. इस गोलीबारी में बीएसएफ का 28 वर्षीय एक जवान शहीद हो गया.
बीएसएफ के प्रमुख केके शर्मा ने यह जानकारी दी. उन्होंने जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मीडिया से कहा कि सतर्क जवानों ने मंगुचक सीमा चौकी क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया.
इस बीच सुरक्षा बलों की ओर से उन आतंकवादियों की तलाश में अभियान जारी है, जिनके बारे में शक है कि वे रविवार की रात पाकिस्तानी मदद से घुसपैठ कर सीमा पार कर गए हैं. पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन की यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रदेश की यात्रा से सिर्फ चार दिन पहले हुई है.
शर्मा ने कहा कि सोमवार रात मंगूचक सीमा चौकी पर जवानों ने संदिग्ध गतिविधियां देखीं. इसके बाद जवानों ने रोशनी फैलाने वाले बमों का इस्तेमाल किया और घुसपैठियों पर लाइट मशीनगन से गोलीबारी की. हालांकि घुसपैठिए भागने में कामयाब रहे.
इसके पहले बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि पाकिस्तानी रेंजरों ने सोमवार रात करीब 11.30 बजे बिना वजह ही अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी और एक घंटे तक दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई.
इस घटना के सिर्फ 24 घंटा पहले ही बीएसएफ के जवानों ने कठुआ जिले के हीरागनर सेक्टर में पांच लोगों के समूह की संदिग्ध गतिविधियां देखी थी. आशंका है कि पांचों आतंकवादी थे. इसके बाद सुरक्षाबलों ने गहन तलाशी अभियान शुरू किया. साथ ही जम्मू में हाई अलर्ट जारी किया गया है.
शर्मा ने कहा कि अति संवेदनशील थर्मल इमेजिंग से पांच लोगों की मौजूदगी की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि जल्द ही पांचों घुसपैठियों का पता लगा लिया जाएगा और सफाया कर दिया जाएगा.''
उन्होंने कहा कि रविवार की रात से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की दो कोशिशें की गईं. ऐसी आशंका है कि पांच लोगों का समूह रविवार की रात भारतीय क्षेत्र में आने में कामयाब हो गया हो. लेकिन बीएसएफ इस बारे में गंभीर है.
बीएसएफ के मुताबिक सेना ने तलाशी अभियान में दो हेलिकॉप्टर भी तैनात किए हैं. यह अभियान मंगलवार को दूसरे दिन भी चला. प्रधानमंत्री 19 मई को जम्मू-कश्मीर का दौरा करने वाले हैं.
(इनपुट: भाषा)
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