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लखनऊ में कांग्रेस प्रवक्ता सदफ जफर की गिरफ्तारी के बाद अब एक और एक्टिविस्ट की गिरफ्तारी हुई है. दीपक मिश्रा (यानी दीपक कबीर) को यूपी पुलिस ने 20 दिसंबर को कई गंभीर आरोपों के तहत गिरफ्तार किया है.
स्वराज इंडिया पार्टी के चीफ योगेंद्र यादव ने 23 दिसंबर को ट्विटर पर लिखा की दीपक कबीर ने 19 दिसंबर को नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन में हिस्सा लिया था और उसके अगले दिन उन्हें गिरफ्तार कर किया गया. यादव ने अपने ट्वीट में बताया कि कबीर 'पुलिस स्टेशन में लापता प्रदर्शनकारियों को ढूंढने गए थे.'
20 दिसंबर को, कबीर की पत्नी वीना राणा ने फेसबुक पर लिखा था कि उन्हें पति की कोई खबर नहीं मिली है. राणा ने लिखा था, 'सुबह से दीपक कबीर की कोई खबर नहीं है... किसी के पास कोई सूचना हो तो प्लीज बताइए.'
उन्होंने 23 दिसंबर को फेसबुक पर एक लंबे-चौड़े पोस्ट में बताया कि वो जेल में उनसे मिलने गईं थीं.
ट्विटर पर कई लोगों ने दीपक कबीर की रिहाई की मांग की है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने 24 दिसंबर को कांग्रेस की मीडिया प्रवक्ता सदफ जफर से जेल में मुलाकात की. कांग्रेस नेता ने कहा कि जेल में जफर के साथ 'थर्ड डिग्री' से भी बुरा व्यवहार हो रहा है. सदफ जफर को 19 दिसंबर को नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किया गया था.
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