advertisement
पंजाब के एक यूट्यूबर के खिलाफ अरुणाचल प्रदेश के विधायक और कांग्रेस नेता निनॉन्ग एरिंग पर नस्लीय टिप्पणी करने को लेकर मामला दर्ज किया गया है. एरिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से PUBG मोबाइल इंडिया के नए गेम बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया के रीलॉन्च पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी.
नस्लीय टिप्पणी को लेकर केस दर्ज होने के बाद, सिंह ने अपने यूट्यूब चैनल पर माफी मांगी थी. उनकी मां का दावा है कि कुछ लोग उन्हें लेकर गए और अब उन्हें नहीं मालूम का बेटा कहां है. पारस सिंह के यूट्यूब चैनल पर 4.54 लाख सब्सक्राइबर्स हैं.
विधायक एरिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित लेटर में लिखा था, “गेम को फिर से शुरू करना मात्र एक भ्रम था और ये बच्चों सहित यूजर्स का डेटा इकट्ठा करने और इसे विदेशी कंपनियों और चीनी सरकार को भेजने की एक चाल थी.”
एरिंग ने कहा था कि अगर गेम को रीलॉन्च की अनुमति दी जाती है, तो ये “नागरिकों की प्राइवेसी और साइबर सिक्योरिटी में सेंध होगी.”
एरिंग ने गेम पर बैन लगाने की मांग की और पीएम मोदी से अनुरोध किया कि भविष्य में केवल ‘कुछ बदलावों’ के साथ प्रतिबंधित ऐप्स को वापस एंट्री नहीं दी जाए.
सिंह ने इसके बाद अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें उन्होंने एरिंग को लेकर नस्लीय टिप्पणी की. वीडियो में, एरिंग के ट्विटर प्रोफाइल पर फोटो देखते हुए, सिंह को कहते सुना जा सकता है, “मुझे तो नहीं लगता ये इंडियन है.” सिंह आगे ये भी कहता है कि उन्हें नहीं मालूम कि अरुणाचल के लोग कैसे दिखते हैं.
सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद, सिंह ने 24 मई को यूट्यूब पर एक वीडियो रिलीज कर अपने बयान के लिए माफी मांगी.
पारस ने आगे कहा कि उनके सभी वीडियो में उन्हें और उनके परिवार के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. “अगर मेरी गलती है तो मुझे गाली दो, लेकिन मेरे परिवार की कोई गलती नहीं है.”
सिंह ने कहा कि उन्होंने गुस्से में आ कर वीडियो बनाया था और वो अभी “बच्चे” ही हैं और अपनी गलती को सुधारने के लिए एक मौका चाहते हैं.
सिंह ने एक और वीडियो अपलोड किया, जिसमें उनकी मां उनकी तरफ से माफी मांगती दिख रही है. सिंह की मां का दावा है कि कुछ लोग घर आए और पारस को लेकर चले गए ये बोलकर कि पुलिस स्टेशन ले जा रहे हैं. पारस की मां ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि उनका बेटा कहां है.
EastMojo से बात करते हुए, एरिंग ने सिंह की टिप्पणी को ‘बचकाना’ बताते हुए कह, “वो गलतियां बताने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन नस्लीय टिप्पणी गंभीर बात है और इसपर सोचना जरूरी है.”
एरिंग की शिकायत के आधार पर मामले में FIR दर्ज कर ली गई है.
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने बताया कि सिंह के खिलाफ IPC की धारा 124A/ 153A/ 505(2) के तहत केस दर्ज किया गया है. खांडू ने ट्विटर पर लिखा, “शख्स की गतिविधियों के बारे में जानकारी के लिए उसके सोशल मीडिया अकाउंट की जांच की जा रही है. उसके वर्तमान ठिकाने का पता लगाने के लिए तकनीकी संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. सोशल मीडिया का उपयोग सावधानी के साथ किया जाना चाहिए और किसी भी उल्लंघन पर कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.”
अरुणाचल प्रदेश के DGP आरपी उपाध्य ने EastMojo को बताया कि ईंटानगर में साइबर क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है.
EastMojo की रिपोर्ट के मुताबिक, पासीघाट के एक स्थानीय, हैली के जमो ने भी शेड्यूल्ड कास्ट एंड शेड्यूल्ड ट्राइब (प्रीवेंशन ऑफ एट्रोसिटिज) एक्ट, 1989 और आईटी एक्ट, 2000 की संबंधित धाराओं के तहत सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए शिकायत दर्ज कराई है.
कई दूसरे नेताओं ने भी नॉर्थईस्ट के लोगों के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी की निंदा की.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)