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Mahua Moitra: तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) के खिलाफ पैसे लेकर सवाल पूछने ( cash for query) के आरोपों से संबंधित रिपोर्ट को 8 दिसंबर को लोकसभा में पेश किया गया. रिपोर्ट में कहा गया कि महुआ ने जो किया है वह "आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक कृत्य है." मोइत्रा को संसद से निष्कासित करने की सिफारिश की गई है. मामले को लेकर बीजेपी और विपक्ष के बीच लोकसभा में खूब हंगामा हुआ, जिसके बाद लोकसभा को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
प्रश्नकाल के दौरान स्थगन के बाद दोपहर में सदन दोबारा शुरू होने पर आचार समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने पैनल की पहली रिपोर्ट पेश की.
तृणमूल कांग्रेस के सदस्य और कांग्रेस के कुछ सदस्य रिपोर्ट की प्रति की मांग करते हुए नारे लगाते हुए सदन के वेल में आ गए.
तृणमूल कांग्रेस के सदस्य कल्याण बनर्जी ने रिपोर्ट की सिफारिशों पर मतदान से पहले चर्चा की मांग की. इसके बाद हंगामा के बाद सदन को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
महुआ मोइत्रा को तभी निष्कासित किया जा सकता है, जब सदन, समिति की रिपोर्ट के पक्ष में मतदान करता है.
लोकसभा पहुंचने से पहले मोइत्रा आत्मविश्वास से भरी नजर आईं और उन्होंने पत्रकारों से कहा...
मामले पर विरोध दर्ज कराने के लिए बीजेपी ने 7 दिसंबर को अपने सभी सदस्यों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया था.
विपक्ष ने कहा है कि जब फाइनल रिपोर्ट पेश किया जाएगा तो वह इस पर विस्तृत चर्चा की मांग करेंगे. आचार समिति के सदस्यों में से एक, बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा,
समिति बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों की जांच कर रही है. जिसने आरोप लगाया गया था कि मोइत्रा ने बिजनसमैन दर्शन हीरानंदानी से लोकसभा में नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करने और सवाल पूछने के लिए 2 करोड़ रुपये ली थी. निशिकांत दुबे ने यह भी दावा किया था कि मोइत्रा ने अपनी संसद आईडी और पासवर्ड को भी दर्शन हीरानंदानी से शेयर किया था.
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