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सीबीआई में घमासान का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. दो सीबीआई अफसरों के लंबे झगड़े के बाद भी आरोपों का सिलसिला बरकरार है. अब सीबीआई के अंतरिम चीफ नागेश्वर राव पर सीबीआई के एसपी ने आरोप लगाया है. उनका कहना है कि राव ने अपने पद का दुरुपयोग किया है और बदले की भावना से उनका ट्रांसफर कर दिया.
सीबीआई में एसपी के पद पर तैनात राजा बालाजी ने अपने ट्रांसफर को लेकर सीबीआई के अंतरिम चीफ नागेश्वर राव पर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि नागेश्वर राव के खिलाफ उन्होंने मार्च 2017 में एक पद का दुरुपयोग करने की शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसके बदले में अब राव ने उनका ट्रांसफर ऑर्डर दिया है.
दिल्ली में एंटी करप्शन ब्रांच में तैनात राजा बालाजी का ट्रांसफर गाजियाबाद सीबीआई अकादमी में कर दिया गया था. इसके ठीक बाद उन्होंने नागेश्वर राव को एक लेटर लिखा था जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली में उनका ट्रांसफर आलोक वर्मा ने इसलिए किया था, क्योंकि उनकी सास को कैंसर था. जिनका इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा है. इसके लिए उन्हें एम्स के ठीक सामने किदवई नगर में फ्लैट भी दिया गया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अधिकारी राजा बालाजी ने अब सुप्रीम कोर्ट का सहारा लिया है. उन्होंने इसके लिए एक याचिका दायर की है, जिसमें नागेश्वर राव पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. बताया जा रहा है कि उन्होंने यह भी दावा किया है कि उनके पास राव के खिलाफ सबूत भी हैं.
सीबीआई के अधिकारी ने फिलहाल सीबीआई का चार्ज संभाल रहे नागेश्वर राव को लिखे लेटर में कहा, आपने मेरे खिलाफ व्यक्तिगत कदम उठाया है. आपकी मुझसे कोई दुश्मनी हो सकती है, लेकिन एक बीमार महिला से नहीं. आप अपनी मानवता दिखा सकते हैं. आप अब भी खुद को अच्छा साबित कर सकते हैं.
राजा बालाजी के लेटर पर सीबीआई की तरफ से भी सफाई पेश की गई है. इसमें कहा गया है कि टी राजा बालाजी की तरफ से ट्रांसफर को लेकर जारी कोई भी लेटर सीबीआई डायरेक्टर के ऑफिस में नहीं पहुंचा है. जब सही तरीके से यह लेटर पहुंच जाएगा, तो नियमों के मुताबिक आगे की कार्रवाई होगी. यह पहले भी बताया जा चुका है कि राजन का गाजियाबाद ट्रांसफर एनआरसी का हिस्सा था.
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