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सीबीआई के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की जांच कर रहे एजेंसी के अधिकारी सतीश डागर ने स्वैच्छिक रिटायरमेंट के लिए आवेदन किया है. सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सीबीआई में अधीक्षक (एसपी) पद पर तैनात सतीश डागर ने निजी कारणों से वॉलंटरी रिटायरमेंट के लिए एक पत्र लिखकर अप्लाई किया है.’’
सूत्रों ने बताया कि माना जा रहा है कि डागर ने पिछले महीने वीआरएस के लिए आवेदन दिया था. वरिष्ठ अधिकारियों ने उनसे अपने फैसले पर फिर से विचार करने को कहा था. लेकिन उन्होंने इससे अब तक इनकार किया है.
सीबीआई के तत्कालीन निदेशक आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना बीच जब रार चल रही थी, तब सतीश डागर राकेश अस्थाना की जांच करने वाली टीम का हिस्सा थे. इसके बाद वर्मा और अस्थाना को सरकार ने छुट्टी पर भेज दिया था. जब सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एम नागेश्वर राव को पिछले साल 24 अक्टूबर को सीबीआई के कार्यवाहक निदेशक के रूप में नियुक्त किया तो उन्होंने दिल्ली में आर्थिक अपराध शाखा से एंटी-करप्शन विंग में डागर का ट्रांसफर कर दिया था. डागर के अलावा अस्थाना के मामले की जांच कर रहे एजेंसी के 13 अन्य अधिकारियों का भी तबादला कर दिया था. इस कदम के साथ सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले की जांच कर रहे लगभग सभी अधिकारियों को हटा दिया गया था. डागर ने इससे पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ दर्ज मामलों की भी जांच की थी.
जिन 13 सीबीआई अधिकारियों का तबादला किया गया था, उसमें अस्थाना के खिलाफ आरोपों की जांच कर रहे पुलिस उपाधीक्षक अजय कुमार बस्सी भी शामिल थे. उनके अलावा अस्थाना के विरुद्ध जांच कर रहे सीबीआई के एसी-3 इकाई के सुपरवाइजरी पुलिस अधीक्षक एस.एस. गुरम को भी तत्काल प्रभाव से मध्यप्रदेश के जबलपुर ट्रांसफर कर दिया गया था.
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