advertisement
क्या आपको पता है कि आज आप किनके साथ अपना जन्मदिन शेयर कर रहे हैं? आप उनके साथ न सिर्फ अपने जन्म का महीना और राशि शेयर कर रहे हैं, बल्कि ये तारीख (28 सितंबर) भी!
नाइटिंगेल कहलाने वाली लता मंगेशकर का जन्म आज ही के दिन साल 1929 को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था. लता ने फिल्मी और गैर फिल्मी हजारों गाने गाए हैं. पांच साल की उम्र तक लता का नाम 'हेमा' था, मगर बाद में माता-पिता ने उनका नाम 'लता' रखा. करीब आठ दशक से लता देश की आवाज बनीं हुई हैं.
उन्होंने बंगाली, पंजाबी, सिंधी, गुजराती और मराठी भाषाओं में तालीम हासिल की है. आज लता ने अपने जीवन के 90 साल पूरे कर लिए हैं लेकिन उनकी उम्र का उनकी अवाज पर कोई असर नहीं पड़ा है.
रणबीर कपूर का जन्म आज ही के दिन साल 1982 में मुंबई में हुआ था. उनके पिता ऋषि कपूर और मां नीतू कपूर हिंदी फिल्मों के जाने माने एक्टर और एक्ट्रेस हैं.
भले ही रणबीर फुटबॉल टीम के ऑनर हों लेकिन उन्हें स्पोर्ट्स में क्रिकेट बेहद पंसद है और वो खुद मुंबई के बांद्रा किक्रेट क्लब के मेंबर भी हैं.
एयर राइफल कम्पटीशन के प्रमुख निशानेबाज रहे अभिनव बिंद्रा आज अपना 37वां जन्मदिन मना रहे हैं. 2008 में बीजिंग ओलंपिक कम्पटीशन में गोल्ड मैडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे.
बिंद्रा को बचपन से ही निशानेबाजी में दिलचस्पी रही है. 1998 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने भारत को रिप्रेजेंट किया था. उस समय उनकी उम्र महज 15 साल की थी.
स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह का जन्म आज ही के दिन साल 1907 में हुआ था. भगत सिंह संधु जाट सिक्ख थे. उन्होंने देश की आजादी के लिए जिस साहस के साथ ब्रिटिश सरकार का मुकाबला किया, वो भुलाया नहीं जा सकता.
भगत सिंह ने ब्रिटिश साम्राज्य का खुलकर विरोध किया. उन्होंने सेंट्रल असेम्बली में बम फेंका और भागने से इंकार कर दिया था. जिसके बाद भगत सिंह को उनके दो साथी (राजगुरु और सुखदेव) के साथ 23 मार्च 1931 को फांसी पर लटका दिया गया था.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का आज 71वां जन्मदिन है. बांग्लादेश के महान स्वाधीनता संग्राम के प्रधान नेता और पूर्व राष्ट्रपति बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की बेटी शेख हसीना साल 2009 से देश की प्रधानमंत्री हैं.
उन्होंने 80 के दशक में बांग्लादेश में जनरल इरशाद के सैनिक शासन के खिलाफ जो मुहिम छेड़ी, उसके दौरान उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा. जनरल इरशाद के बाद भी उन्हें जनरल की पत्नी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की खालिदा जिया से कड़ी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ कड़वी और लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी. 1996 में शेख हसीना ने चुनाव जीता और कई सालों तक देश का शासन चलाया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)