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18 दिसंबर को तमिलनाडु (Tamil Nadu) की राजधानी चेन्नई में एक 11वीं कक्षा की छात्रा की खुदकुशी से मौत हो गई. खुदकुशी से पहले उसने एक नोट लिखा, जिसमें यौन उत्पीड़न की वजह बताई गई थी. छात्रा ने नोट में लिखा कि
उसने आगे लिखा कि वह "मानसिक प्रताड़ना" की वजह से न तो पढ़ पा रही थी, न ही सो पा रही थी. नोट के अंत में उसने लिखा कि हर माता-पिता को अपने बच्चों और बेटों को लड़कियों का सम्मान करना सिखाना चाहिए, “यौन उत्पीड़न बंद हो, मुझे इंसाफ मिले".
रिपोर्ट्स के मुताबिक नोट में तीन संभावित आरोपियों का जिक्र भी था- "रिश्तेदार, शिक्षक और सभी".
अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.संगीता रेड्डी ने इसे दिल दहला देने वाली घटना बताते हुए ट्वीट किया कि सभी पब्लिक और प्राइवेट स्कूलों में बच्चों से यौन उत्पीडन के बारे में चर्चा करना जरूरी है. सही जानकारी होने से बच्चों में साहस होगा और इंसाफ के लिए लड़ पाएंगे.
Arun_Kaku05 नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि लड़कियों के शादी की उम्र 21 साल कर देने से समस्या नहीं हल होने वाली, पहले अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना होगा.
Alien_India नाम के ट्विटर यूजर ने आत्महत्या की खबर को शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा कि देश के लिए यह शर्म की बात है कि यहां महिलाओं को देवी कहा जाता है, पाखंड की भी कोई सीमा होती है.
एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि घटना बेहद परेशान करने वाली है. यह चाहे भारत में हो या दुनिया भर में कहीं भी, सरकार को चाहिए कि कानूनों के जरिए महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुरक्षित करे.
bmbalap नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि यह किसी संस्था या व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे समाज की एक असफलता है. इसके केवल एक उपाय है कि विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच जागरूकता फैलाई जाए, साथ ही जल्द से जल्द इंसाफ मिले.
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