Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019शहरों में नौकरी नहीं, रोजगार के लिए गांव लौटने को मजबूर भारतीय!

शहरों में नौकरी नहीं, रोजगार के लिए गांव लौटने को मजबूर भारतीय!

साल 2019 में बाजार में लो स्किल्ड लेबर की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है.

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
साल 2019 में बाजार में लो स्किल्ड लेबर की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है.
i
साल 2019 में बाजार में लो स्किल्ड लेबर की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है.
(फोटो: iStock)

advertisement

देश में इस साल मई से अगस्त के बीच 25 लाख से ज्यादा लोग नौकरी में आए हैं. CMIE के सर्वे के मुताबिक, इस साल मई से अगस्त के बीच करीब 40 करोड़ 49 लाख लोगों के पास नौकरियां थी. जबकि पिछले साल इसी दौरान 40 करोड़ 24 लाख लोगों के पास नौकरी थी. ये नौकरियां तो बढ़ी हैं लेकिन ज्यादातर कृषि क्षेत्र में ही ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सका है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, CMIE के CEO महेश व्यास का कहना है

‘‘ ये एक अच्छा संकेत है क्योंकि साल के इस दौरान बीते कई सालों में ऐसा देखा गया है कि रोजगार के आंकड़ों में गिरावट देखी गई है. साल 2018 में मई से अगस्त के बीच साल 2017 के मुकाबले 55 लाख की कमी थी. जबकि उससे पहले साल 2016 में इसी आंकड़े में 6 लाख की कमी देखी गई थी.’’

साल 2019 के मई से अगस्त के बीच कंज्यूमर पिरामिड हाउसहोल्ड सर्वे हुआ जिससे लगातार हो रहे रोजगार में बढ़ोतरी को रिकॉर्ड किया गया. महेश व्यास कहते हैं ‘‘ये एक अच्छी खबर जरूर है लेकिन सर्वे में पाया गया कि रोजगार में उछाल उस क्षेत्र में पाया गया है जहां कमी पाई जानी चाहिए थी.’’

रोजगार की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों में लौट रहे हैं लोग

कृषि क्षेत्र में रोजगार में हो रही बढ़ोतरी के बारे में व्यास ने कहा, ‘‘कृषि के क्षेत्र में 84 लाख नौकरियां बढ़ीं, जिससे मैनुफैक्चरिंग के क्षेत्र में गिरावट देखने को मिली है, आईटी और फाइनेंशियल क्षेत्र में गिरावट और कृषि में रोजगार का बढ़ना नौकरियों के लिए कोई अच्छे संकेत नहीं है. ये अपने आप में भी चौंकाने वाली खबर है क्योंकि इस साल मॉनसून देरी से आया और खरीफ फसल की बुआई में भी 1.7 फीसदी की कमी देखी गई जो कि साल 2018 के अगस्त के मुकाबले कम था.’’

‘‘ये बढ़ोतरी ज्यादातर खेती में देखी गई. यहां रोजगार का आंकड़ा 13 करोड़ 30 लाख से बढ़कर 13 करोड़ 90 लाख पहुंच गया. इसके साथ ही पोल्ट्री फार्मिंग और पशु पालन में भी रोजगार का आंकड़ा 18 लाख से बढ़कर 43 लाख का हुआ है.’’

महेश व्यास ने कहा, ''कृषि में रोजगार का ऐसे वक्त में बढ़ना जब कृषि से जुड़े कामों में कमी आ रही है. इसके लिए एक सफाई ये दी जा रही है कि जिन लोगों को शहरों में काम नहीं मिल रहा है वो सभी अपने खेतों में वापस जा रहे हैं और उन लोगों ने कृषि में मिले रोजगार का ही दावा किया.''

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बाजार में बढ़े हैं लो स्किल्ड लेबर

सर्वे के मुताबिक ,साल 2019 में मई से अगस्त के बीच मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में 9 लाख नौकरियों की कमी आई है. वहीं टेक्सटाइल इंडस्ट्री में 22 लाख लोगों की नौकरियां के जाने का अनुमान है और नॉन मेटालिक सेक्टर जिसमें सीमेंट, ईंटे, टाइल्स और ग्लास शेड जैसी चीजें आती हैं इस क्षेत्र में करीब 4 लाख नौकरियां गईं.

महेश व्यास कहते हैं कि 2019 में मई से अगस्त के बीच 29.6 करोड़ लो स्किल्ड लेबर देखे गए. जबकि एक साल पहले ये आंकड़ा 28.9 करोड़ का था. बीते एक साल के दौरान ऐसी नौकरियां जहां लो स्किल्ड लेबरों की जरूरत होती है वहां 70 लाख की बढ़ोतरी देखी गई और इस साल मई से अगस्त के बीच 25 लाख जॉब्स की बढ़ोतरी देखी गई.

(इनपुट: टाइम्स ऑफ इंडिया)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 30 Oct 2019,07:10 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT