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''मैं डर गया था इसलिए बोला जय श्री राम''- जबरन नारा लगवाए जाने पर कॉमेडियन नलिन

क्विंट से बातचीत में नलिन ने कहा - जब मॉब लिंचिंग करने पर कोई एक्शन नहीं होता, नारे लगवाने की क्या शिकायत करूं

Siddharth Sarathe
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>कॉमेडियन नलिन यादव</p></div>
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कॉमेडियन नलिन यादव

फोटो: Altered by Quint

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मध्य प्रदेश के इंदौर में 13 अगस्त को स्टैंडअप कॉमेडियन नलिन यादव (Nalin Yadav) को बार में कुछ लोगों ने रोका और जबरदस्ती ''जय श्री राम बोलने'' को कहा. नलिन यादव ने मामले को खत्म करने के लिए जय श्री राम कह दिया, लेकिन नारा लगवाने वाले मामला खत्म करने के मूड में नहीं थे.

1 जनवरी, 2021 को स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी (Munawar Faruqui) को इंदौर में शो करते हुए पुलिस ने धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. मुनव्वर के साथ ही इंदौर के स्टैंडअप कॉमेडियन नलिन यादव को भी गिरफ्तार किया गया था.

जमानत मिलने के बाद नलिन की आर्थिक स्थित इतनी खराब हो गई थी कि उन्हें कुछ समय दिहाड़ी मजदूरी तक करनी पड़ी. अब नलिन ने वापस स्टैंडअप कॉमेडी शुरू की है. क्विंट से बातचीत में नलिन ने कहा कि ये पहला मौका नहीं है जब उनके साथ ऐसी घटना हुई है. नलिन कहते हैं कि उनपर जो एक तमगा लग चुका है अब वो जिंदगी भर नहीं हटेगा.

13 अगस्त को आपके साथ क्या हुआ?

मैं एक बार में अपनी दोस्त के साथ था. तभी तीन लोगों ने आकर मुझसे पूछा कि आप स्टैंडअप कॉमेडियन नलिन हो? मैंने हां में जवाब दिया. कुछ देर बाद वो एक समुदाय विशेष का नाम लेकर कहने लगे कि तुम उनका साथ क्यों देते हो.

पहले आधे घंटे तक मुझसे कहते रहे कि कैसे वो लोग (एक समुदाय का नाम लेकर) हिंदुओं को कन्वर्ट करते हैं वगैरह वगैरह. फिर उन्होंने मुझसे जय श्री राम बोलने को कहा. मैं वहां से निकलना चाहता था इसलिए मैंने बोल दिया.

इस घटना की आपने पुलिस में कोई शिकायत नहीं की?

पुलिस में क्या शिकायत करुंगा? जिस देश में लोगों को सड़कों पर मार दिया जाता है और मारने वालों का कुछ नहीं होता, वहां मैं इस मामले की क्या शिकायत कराऊंगा. मेरे साथ तो फिर भी वो लोग सिर्फ बात ही कर रहे थे.

केस के बाद मैंने अपने दोस्तों में बदलाव देखे हैं. सोशल मीडिया पर लगातार मुझे मैसेज करके लोग गालियां देते रहते हैं, आखिर किस-किस बात के लिए मैं पुलिस के पास जाऊंगा.

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आपने यूट्यूब पर हाल में ''अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता'' के मुद्दे से जुड़ा एक वीडियो रिलीज किया था, आपको लगता है ये उसी के चलते हुआ?

मुझे नहीं लगता ये उस वजह से हुआ. अगर उन्होंने मेरा कंटेंट देखा होता तो शायद ऐसा नहीं करते. वैसे इस बात से कोई खास फर्क पड़ता नहीं कि मैं क्या करता हूं, जो टैग मुझ पर लग गया है वो जिंदगी भर रहने वाला है. मैं सोशल मीडिया पर किसी भी टॉपिक पर 30 सेकंड का वीडियो डालता हूं, लोग बिना देखे गालियां ही देते हैं.

क्या आप कॉमेडी जारी रखेंगे और इंदौर में ही जारी रखेंगे?

कॉमेडी तो चलती रहेगी, वो कोई बंद नहीं करा सकता. हां, इंदौर में कब तक कर पाऊंगा ये नहीं पता. इंदौर में काफी अच्छे लोग भी हैं जो सपोर्ट करते हैं.

पॉपुलर स्टैंडअप कॉमेडियन दिल्ली या मुंबई में रहते हैं. क्या बड़े शहरों में ''भावनाएं आहत होने'' का खतरा कम होता है?

हां, बड़े शहरों में लोग ज्यादा शिक्षित हैं, अपने अधिकारों को लेकर ज्यादा जागरुक हैं, स्टैंडअप कॉमेडी के बारे में जानते हैं, इसलिए समस्या कम है. छोटे शहरों में सिस्टम को मैन्युप्लेट करना आसान होता है, मामले दब जाते हैं. मुझे लगता है यही वजह है कि बड़े शहरों में कॉमेडियन ज्यादा सुरक्षित हैं.

जेल से बाहर आने के बाद से आपकी स्टैंडअप कॉमेडी कैसी चल रही है?

बिल्कुल वैसा तो नहीं चल रहा जैसा केस से पहले चल रहा था. पर पिछले महीने से मैंने शो करना शुरू कर दिए हैं. अब लोग भी आने लगे हैं. स्वतंत्रता दिवस पर भी एक शो किया था. इंदौर में फिलहाल कोई आयोजक नहीं मिल रहे हैं, मुझे खुद ही सब करना पड़ रहा है.

क्या आप भी मुंबई या किसी अन्य बड़े शहर में शिफ्ट होने का सोच रहे हैं?

सोच तो रहा हूं, पर इतना आसान नहीं है. बेशक दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में स्टैंडअप कॉमेडी का ऑडियंस बहुत ज्यादा है. लेकिन, इन शहरों में शुरुआती दिनों में सर्वाइव करना ही काफी मुश्किल है. इसके अलावा इन शहरों में मौका मिलना इतना आसान नहीं होता. पहले से आपका एक नेटवर्क होना जरूरी है.

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