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नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तानी पीएम के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पर सियासी बवाल मचा हुआ है. ऐसे में अब कांग्रेस ने उस चिट्ठी को सार्वजनिक करने की मांग की है जो पीएम मोदी ने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को लिखी थी. कांग्रेस का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू का पाकिस्तान जाना मुद्दा नहीं है, बल्कि सरकार की पाकिस्तान को लेकर नीति असल मुद्दा है.
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने मोदी सरकार पर पाकिस्तान को लेकर साफ नीति नहीं रखने का भी आरोप लगाया और कहा कि सरकार को मोदी द्वारा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को लिखे पत्र को सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि सारी चीजें साफ हो सकें. प्रधानमंत्री मोदी की चिट्ठी को लेकर पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बयान के पर कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘‘इस पूरे मामले में दो पक्ष हैं. शाह महमूद कुरैशी कहते हैं कि भारत ने बातचीत बहाल करने की इच्छा जाहिर की है, जबकि ‘भारत में सूत्रों' का कहना है कि ऐसी कोई पेशकश नहीं की गई.''
उन्होंने कहा, ‘‘बेहतर होगा कि प्रधानमंत्री के पत्र को सार्वजनिक किया जाए ताकि पूरी चीज साफ हो सके. वैसे मैं ये कह सकता हूं कि सरकार ऐसा नहीं करेगी.'' पार्टी नेता नवजोत सिंह सिद्धू के इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के सवाल पर तिवारी ने कहा, ‘‘ नवजोत सिंह सिद्धू मुद्दा नहीं है. मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच का संबंध है. सिद्धू अपनी व्यक्तिगत हैसियत से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे. सवाल ये है कि भारत-पाकिस्तान के प्रति भारत सरकार का नजरिया क्या है? भारत सरकार की नीति क्या है?'' उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ पिछले चार साल को आप देखे तो पता चलता है कि इस सरकार की पाकिस्तान को लेकर कोई नीति नहीं रही.‘‘
इस मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी अपनी राय रखी है. इमरान खान का कहना है कि सिद्धू शांति दूत थे और उन्हें पाकिस्तान की तरफ से प्यार और सम्मान दिया गया. जो भी लोग भारत में उन्हें निशाना बना रहे हैं, वे उपमहाद्वीप में शांति को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
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