advertisement
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने उनकी किताब- 'सनराइज ओवर अयोध्या- नेशनहुड इन ऑयर टाइम्स' पर चल रहे विवाद के बीच उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल में एक बार फिर सफाई दी है.
संभल में चल रहे पांच दिवसीय कल्कि महोत्सव में शिरकत देने आए सलमान खुर्शीद ने कहा कि अगर उन्हें हिन्दू धर्म से कोई आपत्ति होती तो वह कल्कि महोत्सव जैसे कार्यक्रमों में शिरकत करने नहीं आते.
सलमान खुर्शीद की किताब-सनराइज ओवर अयोध्या- नेशनहुड इन ऑयर टाइम्स' पर बीते कुछ दिनों से विवाद जारी है. किताब में सलमान खुर्शीद ने हिन्दुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोको हरम (Boko Haram) जैसे जिहादी संगठनों वाली विचारधारा से की थी. जिसके बाद विवाद शुरू हो गया और कांग्रेस नेता के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई.
कल्कि महोत्सव के दौरान मीडिया से बातचीत में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, "मैं इस समय कल्कि महोत्सव में हूं. कल्कि महोत्सव का मतलब मानवता और हिन्दू धर्म से है. मुझे हिंदू धर्म से कष्ट होता तो मैं आज कल्कि महोत्सव में नहीं होता. मैं यहां आया हूं और पहली बार नहीं आया हूं. हर साल आता हूं और इसलिए आता हूं, क्योंकि मैं यह मानता हूं कि हिंदू धर्म एक व्यापक,एक हसीन,असीम,मन को शांति देने वाला और विश्व शांति की बात करने वाला धर्म है."
सलमान खुर्शीद आगे कहा,
बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा की, "मुझे ऐसा लगता है हिंदू धर्म के कुछ दुश्मन बीच में घुस गए हैं, जो हिंदू धर्म को प्रदूषित कर रहे हैं और हिंदू धर्म का नाम इस्तेमाल कर रहे हैं.'
किताब के विषय में बोलते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा कि उन्हें अफसोस है उन्होंने यह किताब अंग्रेजी में लिखी है. हिन्दुत्व की तुलना बोको हरम जैसे संगठन से करने पर खुर्शीद ने कहा की उन्होंने 'सिमिलर' लिखा है ना की 'सेम'.
सफाई देते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा, "आईएसआईएस और बोको हरम धर्म का दुरुपयोग करता है और वह धर्म इस्लाम धर्म है, मैंने किताब में यह नहींं कहा कि दोनों बिल्कुल एक जैसे ही हैं, बल्कि मैंने सिमिलर शब्द का प्रयोग करते हुए, उनके जैसा कहा है. मैंने उसमें सेम शब्द नहीं कहा है".
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने की उन्हे अफसोस है उन्होंने किताब अंग्रेजी में लिखी और अगर उन्हें अंग्रेजी नहीं आती तो हिंदी अनुवाद करा लें.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)