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भारत में कोरोना वायरस के मामले जल्द ही 10 लाख छूने वाले हैं. केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें इस वायरस पर लगाम लगाने की कोशिश में हैं, लेकिन रोजाना बढ़ते केसों ने सभी की चिंता बढ़ा दी है. इसी बीच, एक स्टडी में सामने आया है कि सितंबर तक भारत में कोरोना वायरस के केस बढ़कर 35 लाख हो सकते हैं. बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) की हाल की स्टडी में ये अनुमान लगाया गया है.
द टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा नेशनल ट्रेंड के आधार पर किया IISc का प्रोजेक्शन कहता है कि सितंबर तक एक्टिव केस बढ़कर 10 लाख तक हो सकते हैं. वहीं, अगर मौजूदा हालात से बेहतर स्थिति रही, तो सितंबर तक भारत में कुल 20 लाख केस हो सकते हैं, जिसमें से 4.75 लाख एक्टिव केस होंगे, और 88 हजार लोगों की मौत हो सकती है.
IISc प्रोफेसर्स शशिकुमार, दीपक एस और उनकी टीम का ये प्रोजेक्शन बताता है कि सबसे खराब हालात में सितंबर तक, महाराष्ट्र में 6.3 लाख केस, दिल्ली में 2.4 लाख केस, कर्नाटक में 2.1 लाख केस, तमिलनाडु में 1.6 लाख केस और गुजरात में 1.8 लाख केस हो जाएंगे. ये चारों कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं. टीम ने कहा कि सितंबर तक भारत में 1.4 लाख मौतें हो सकती हैं, जिसमें से 25 हजार महाराष्ट्र में, 9700 दिल्ली में, 8500 कर्नाटक में, 6300 तमिलनाडु में और 7300 गुजरात में हो सकती हैं.
भारत में 16 जुलाई तक, कोरोना वायरस के केस 9.68 लाख का आंकड़ा पार कर गए हैं. भारत में अभी 3.31 लाख एक्टिव केस हैं, और 24,915 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में रोजाना करीब 25 हजार के करीब नए केस सामने आ रहे हैं.
दुनिया की बात करें तो कुल केस 1.35 करोड़ के पार चले गए हैं. इसमें से 34 लाख केस अकेले अमेरिका में हैं, जहां 1.37 लाख लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, ब्राजील में भी केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ब्राजील में 19 लाख के पार केस हैं और 75 हजार लोग जान गंवा चुके हैं.
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