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4 राज्य में तेज कोरोना,नए स्ट्रेन से खतरा, टेस्ट बढ़ाने के निर्देश

भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन का भी खतरा बना हुआ है

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कोरोना के नए स्ट्रेन का भी खतरा है
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कोरोना के नए स्ट्रेन का भी खतरा है
(फोटो: PTI) 

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देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आती दिख रही है. कम से कम चार राज्यों के आंकड़े देखकर ऐसा लगता है कि देश पर कोरोना की दूसरी वेव का खतरा मंडरा रहा है. इन चार राज्यों में से एक महाराष्ट्र के कई जिलों में दोबारा लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू जैसे कदम उठाए गए हैं. इन सब को देखते हुए केंद्र सरकार ने कई राज्यों से COVID-19 टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कहा है. इन सबके साथ ही कोरोना के नए स्ट्रेन का भी खतरा है.

पिछले कुछ महीनों से देश में कोरोना मामलों का रोजाना आंकड़ा लगातार गिर रहा था. हालांकि, 19 फरवरी को देशभर में 13,993 कोरोना मामले सामने आए थे. ये 25 जनवरी के बाद से सबसे बड़ा आंकड़ा था.

किन चार राज्यों में फिर तेज हुआ कोरोना?

  • महाराष्ट्र
  • केरल
  • पंजाब
  • मध्य प्रदेश
केरल फरवरी की शुरुआत में कर्नाटक को पीछे कर दूसरा सबसे प्रभावित राज्य बना. कई महीनों तक केरल में कोरोना संक्रमण काबू में रहा था. अभी राज्य में कुल सक्रिय केस 60,000 से ज्यादा हैं. ये देश के कुल सक्रिय केस का करीब 42% है.

महाराष्ट्र में नया वैरिएंट सामने आने के बाद से कोरोना के आंकड़ों में तेजी देखने को मिल रही है. राज्य में कई दिनों से 6000 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. राज्य के कैबिनेट मंत्री विजय वडेट्टीवार ने NDTV को बताया, "कोरोना वायरस के मामले नागपुर, अकोला, अमरावती, यवतमाल, मुंबई और पुणे में बढ़ रहे हैं."

इसे देखते हुए पुणे में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. अमरावती में 1 हफ्ते का लॉकडाउन लगा दिया गया है. सीएम उद्धव ठाकरे ने चेतावनी दी है कि अगर लोग COVID गाइडलाइन का सख्ती से पालन नहीं करेंगे तो पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाया जाएगा.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पंजाब और मध्य प्रदेश में भी पिछले सात दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के केस बढ़े हैं.

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टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश

केंद्र सरकार ने छह राज्यों को RT-PCR टेस्ट की संख्या बढ़ाने और म्युटेंट स्ट्रेंस को लगातार मॉनिटर करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा केंद्र ने कुछ जिलों में कड़े सर्विलांस और सख्त कंटेनमेंट पर फोकस करने को कहा है.

इन राज्यों को एक लेटर लिखकर केंद्र ने कहा कि सभी नेगेटिव रैपिड एंटीजन टेस्ट नतीजों के बाद अनिवार्य रूप से RT-PCR टेस्ट कराया जाए.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, "देश के 74 फीसदी से ज्यादा सक्रिय मामले केरल और महाराष्ट्र से हैं. कुछ दिनों से देखा गया है कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी केस बढ़ रहे हैं. पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी रोजाना मामले में बढ़ोतरी हुई है."

'नया स्ट्रेन हो सकता है ज्यादा संक्रामक'

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की खबरें सामने आई हैं. AIIMS प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने NDTV से कहा कि अमरावती और अकोला में नए भारतीय स्ट्रेन के संबंध में हर्ड इम्युनिटी की बातें 'मिथक' हैं. डॉ गुलेरिया ने कहा, "वायरस से लड़ने के लिए कम से कम 80 फीसदी जनसंख्या में एंटीबॉडीज होनी चाहिए."

“नया स्ट्रेन काफी तेजी से फैलता है और खतरनाक है और ऐसे लोगों में दोबारा संक्रमण कर सकता है, जिनमें पहले एंटीबॉडीज बन चुकी हों. दोबारा संक्रमण वैरिएंट के इम्युन एस्केप मैकेनिज्म से संभव हो सकता है.” 
डॉ रणदीप गुलेरिया, AIIMS प्रमुख 

डॉ गुलेरिया ने लोगों को 'COVID उपयुक्त व्यवहार' करने की सलाह दी. उन्होंने कोरोना वैक्सीन की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि 'व्यक्ति नए स्ट्रेन के लिए इम्युन नहीं हो पाए तब भी उसका संक्रमण गंभीर नहीं होगा. वैक्सीन कम प्रभाव के साथ भी काम कर सकती है.'

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