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देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आती दिख रही है. कम से कम चार राज्यों के आंकड़े देखकर ऐसा लगता है कि देश पर कोरोना की दूसरी वेव का खतरा मंडरा रहा है. इन चार राज्यों में से एक महाराष्ट्र के कई जिलों में दोबारा लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू जैसे कदम उठाए गए हैं. इन सब को देखते हुए केंद्र सरकार ने कई राज्यों से COVID-19 टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कहा है. इन सबके साथ ही कोरोना के नए स्ट्रेन का भी खतरा है.
पिछले कुछ महीनों से देश में कोरोना मामलों का रोजाना आंकड़ा लगातार गिर रहा था. हालांकि, 19 फरवरी को देशभर में 13,993 कोरोना मामले सामने आए थे. ये 25 जनवरी के बाद से सबसे बड़ा आंकड़ा था.
महाराष्ट्र में नया वैरिएंट सामने आने के बाद से कोरोना के आंकड़ों में तेजी देखने को मिल रही है. राज्य में कई दिनों से 6000 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. राज्य के कैबिनेट मंत्री विजय वडेट्टीवार ने NDTV को बताया, "कोरोना वायरस के मामले नागपुर, अकोला, अमरावती, यवतमाल, मुंबई और पुणे में बढ़ रहे हैं."
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पंजाब और मध्य प्रदेश में भी पिछले सात दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के केस बढ़े हैं.
केंद्र सरकार ने छह राज्यों को RT-PCR टेस्ट की संख्या बढ़ाने और म्युटेंट स्ट्रेंस को लगातार मॉनिटर करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा केंद्र ने कुछ जिलों में कड़े सर्विलांस और सख्त कंटेनमेंट पर फोकस करने को कहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, "देश के 74 फीसदी से ज्यादा सक्रिय मामले केरल और महाराष्ट्र से हैं. कुछ दिनों से देखा गया है कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी केस बढ़ रहे हैं. पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी रोजाना मामले में बढ़ोतरी हुई है."
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की खबरें सामने आई हैं. AIIMS प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने NDTV से कहा कि अमरावती और अकोला में नए भारतीय स्ट्रेन के संबंध में हर्ड इम्युनिटी की बातें 'मिथक' हैं. डॉ गुलेरिया ने कहा, "वायरस से लड़ने के लिए कम से कम 80 फीसदी जनसंख्या में एंटीबॉडीज होनी चाहिए."
डॉ गुलेरिया ने लोगों को 'COVID उपयुक्त व्यवहार' करने की सलाह दी. उन्होंने कोरोना वैक्सीन की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि 'व्यक्ति नए स्ट्रेन के लिए इम्युन नहीं हो पाए तब भी उसका संक्रमण गंभीर नहीं होगा. वैक्सीन कम प्रभाव के साथ भी काम कर सकती है.'
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